ताजा खबर
बुलेट ट्रेन: प्रोजेक्ट का पूरा होना इस प्रमुख कारक पर निर्भर करता है, आरटीआई से पता चला   ||    ICICI और Yes Bank के सर्विस चार्ज बदले, Axis ने भी किया बड़ा ऐलान   ||    मलेशियाई नौसेना के हेलीकॉप्टर हवा में टकराए, 10 की मौत   ||    मलेशियाई नौसेना के हेलीकॉप्टर हवा में टकराए, 10 की मौत   ||    लोकसभा चुनाव 2024: सबसे बड़ा लोकतंत्र मतदान क्यों नहीं कर रहा?   ||    Earth Day 2023: पृथ्वी दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?   ||    फैक्ट चेक: उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के बीच CM धामी ने सरेआम बांटे पैसे? वायरल वीडियो दो साल पुराना...   ||    मिलिए ईशा अरोड़ा से: ऑनलाइन ध्यान खींचने वाली सहारनपुर की पोलिंग एजेंट   ||    आज का इतिहास: 16 अप्रैल को हुआ था चार्ली चैपलिन का जन्म, जानें अन्य बातें   ||    एक मंदिर जो दिन में दो बार हो जाता है गायब, मान्यता- दर्शन मात्र से मिलता मोक्ष   ||   

श्रीसंकट मोचन संगीत समारोह: चौथे दिन दरबार में गायन की प्रस्तुति से आगाज

Photo Source :

Posted On:Wednesday, May 5, 2021

पूर्णेश भागवत ने राग विहाग में विलंबित एक ताल एवं द्रुत लय तीन ताल में गाकर सुनाया
 
वाराणसी, 04 मई। कोरोना संकट काल में श्रीसंकट मोचन दरबार में मंगलवार की शाम गायन-वादन और नृत्य का अद्भुत नजारा दिखा। अवसर रहा श्रीसंकट मोचन संगीत समारोह के चौथी निशा का। डिजिटल माध्यम से संकटमोचन दरबार में कलाकारों ने अपनी जीवंत प्रस्तुति देकर संगीत प्रेमियों का दिल जीत लिया। 
 
दरबार में शुरूआत गायन की प्रस्तुति से हुई। शहर से ही पूर्णेश भागवत गायन की प्रस्तुति के लिए ​वर्चुअल जुड़े। पद्मश्री पंडित उल्हास कशालकर के शिष्य पूर्णेश ने राग विहाग में विलंबित एक ताल एवं द्रुत लय तीनताल में गाकर सुनाया। 
 
पहली प्रस्तुति में तबला पर संगत सागर गुजराती एवं हारमोनियम जमुना वल्लभ दास गुजराती ने किया। इस दौरान फेसबुक के कमेंट बॉक्स में श्रोता खुशी जता अपनी प्रतिक्रिया देते रहे। कार्यक्रम में अगली प्रस्तुति कुचिपुड़ी नृत्य की रही। जानी मानी कलाकार वनजा उदय ने हैदराबाद से वर्चुअल जुड़ी और लयबद्ध प्रस्तुति देकर संगीत रसिकों ​का दिल जीत लिया। 
 
   समारोह में कोरोना संक्रमित महंत प्रो. विश्वम्भर नाथ मिश्र ने वर्चुवल कलाकारों का स्वागत कर आशीर्वाद दिया और उनका जमकर उत्साह बढ़ाया। बीमार होने के बावजूद प्रो. मिश्र पूरे समय कलाकारों का उत्साहवर्धन कर रहे है। उन्होंने बताया कि इस बात की निश्चिंतता है कि समारोह में हमने परंपरा को अक्षुण्य बनाये रखने के लिए ऑनलाइन संगीत समारोह का नया मार्ग चुना है।  मन्दिर और संगीत से आस्था रखने वाले हमारे सुधि श्रोताओं में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं आई है। यह अलग बात है कि मंदिर परिसर में शारीरिक रुप से हाजिरी बजाना कलाकारों और श्रोताओं के लिए अलग अनुभूति कराता है, मगर ऐसे माहौल में श्रोता घर बैठे संगीत के माध्यम से मानसिक साधना कर रहे है। हमारी तकनीकी टीम में शामिल अंकित श्रीवास्तव, अनुराग और हर्षित श्याम जायसवाल लगातार श्रोताओं को आमंत्रित भी कर रहे है और उनके संपर्क में है। उन्होंने बताया कि समारोह की तीसरी निशा में 345817 लोगों ने पेज से जुड़कर कार्यक्रम को देखा है।


बनारस और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. banarasvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.