वाराणसी। रामचरित मानस पर बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर सिंह के बाद अब सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने विवादित बयान देकर बवाल और बढ़ा दिया है। सपा नेता के विवादित बयान पर बनारस के संत-समाज ने नाराजगी जताई है। अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने स्वामी प्रसाद मौर्य पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। आरोप लगाया कि स्वामी प्रसाद जानबूझकर प्रदेश में अशांति और दंगा भड़काने वाले बयान दे रहे हैं।
उन्होंने बिहार के शिक्षा मंत्री से लेकर कनार्टक तक नेताओं के बयानों को चर्च प्रायोजित वामपंथी टूलकिट का हिस्सा कहा। जितेंद्रानंद बोले कि स्वामी प्रसाद भी उसी गैंग का सदस्य है। जो जानबूझ कर हिंदू धर्म ग्रंथों पर विवादित टिप्पणी कर रहे।
स्वामी जी ने भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार से यह मांग कि है कि रामचरितमानस पर अवांछित टिप्पणी करने वाले स्वामी प्रसाद मौर्या पर एफआईआर दर्ज कर उन्हें प्रदेश में अशांति और दंगा भड़काने के आरोप में जेल भेजा जाए।
उन्होंने बागेश्वर धाम के विवाद पर अपना पक्ष रखते हुए कहा कि सत्ता की मलाई खा रहे लोग, जिन्हें हिंदू समाज के जातिगत विभाजन में रस आता है आज बागेश्वर धाम के कृपा पात्र धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के खड़े होते ही इनके रोम-रोम कांपने लगे। इन्होंने मजार पर चढ़ाने वाले चादर और खादर पर कभी आवाज नहीं उठाई। ये सब इस चर्च टूल किट के ही हिस्सा हैं।