वाराणसी। बीते 2 हफ्तों से लगातार हो रहे गंगा के जलस्तर में वृद्धि पर गुरुवार की शाम से ही अल्पविराम लगता हुआ दिखाई दे रहा है, लगातार बढ़ते जलस्तर में थोड़ा ठहराव देखा गया जिसके बाद खतरे के निशान के ऊपर रौद्र रूप में बह रही गंगा धीरे-धीरे घटने लगी है। केन्द्रीय जल आयोग ने पूर्व में ही घटाव का पूर्वानुमान लगाया था।
आयोग के मुताबिक, गुरुवार की सुबह गंगा का जल स्तर 72.32 पर स्थिर हो गया था और एक से०मी प्रतिघन्टे की रफ्तार से घटाव जारी है। सुबह 08 बजे तक गंगा का जल स्तर 5 सेमी. घटकर 72.27 मीटर पर आ गया था। बाढ़ से वाराणसी के ज्यादातर इलाके प्रभावित हैं।
बाढ़ की वजह से बनारस में सीवर भी ओवरफ्लो कर गया है। इसके चलते तकरीबन पूरा बनारस बाढ़ से कराह रहा है।साथ ही साथ वाराणसी के कई गांव भी बाढ़ से पूरी तरह प्रभावित हैं।
केंद्रीय जल आयोग के पूर्वानुमान के अनुसार अगले चार दिन में गंगा का जलस्तर खतरे के लाल निशान 71.26 मीटर से नीचे आ जाएगा, जबकि पांचवें दिन इसके चेतावनी बिंदु 70.26 मीटर से नीचे आ जाने की संभावना जतायी जा रही है।
वहीं, गंगा में घटाव शुरू होने के साथ ही तटवर्ती इलाकों में संक्रमण का खतरा बढ़ने लगेगा। लोगों का मानना है कि नदियां वापस जाती हैं तो तमाम तरह की बीमारियां दे जाती है। ऐसे में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह अलर्ट है।