वाराणसी। वाराणसी के बड़ालालपुर स्थित
दीनदयाल हस्तकला संकुल में रविवार को 16 से 21 अक्टूबर 6 दिवसीय 'जीआई महोत्सव' का शुरुआत हुआ। जिसका समापन 21 अक्टूबर को होगा। जिसमें देश भर से आए जीआई उत्पादों के कारोबारी और अन्य विशेषज्ञ मौजूद रहे। महोत्सव में करीब सौ जीआई उत्पादों के स्टाल लगाए गए हैं। इस महत्वपूर्ण आयोजन उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के निर्देश पर किया गया है। जिसमें उत्तर भारत के 11 प्रदेशों के जीआई उत्पादों की प्रदर्शनी आयोजित किया गया हैं।
जीआई महोत्सव का केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने फीता काटकर शुभारंभ किया, तो इस दौरान उत्तर प्रदेश सरकार के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल और जीआई विशेषज्ञ पद्म रजनीकांत भी मौजूद रहे। इस दौरान जीआई विशेषज्ञों की मौजूदगी में पूरे आयोजन की रूपरेखा को पेश किया गया। वहीं आयोजन में देश भर के जीआई उत्पादों को लेकर स्टाल लगाने वाले विशेषज्ञ भी मौजूद रहे। शुभारंभ के साथ ही वाराणसी देश के पहले जीआई उत्पादों के महोत्सव का आयोजन करने वाला पहला जिला बन गया है। वाराणसी और आसपास पूर्वांचल के जिले मीरजापुर, भदोही, आजमगढ़, चंदौली, गाजीपुर आदि में भी कई जीआई उत्पाद ऐसे शामिल हैं जो पूरे विश्व भर में पूर्वांचल की पहचान के तौर पर जाने जाते हैं। आयोजन के दौरान कई प्रमुख स्टाल जीआई उत्पादों के दूसरे प्रदेशों के भी लगाए गए हैं, जिन पर कोई भी उपभोक्ता जाकर अपनी जरूरत के अनुरूप उत्पादों की खरीद भी कर सकता है।