मुंबई, 14 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन) बाइक-टैक्सी एग्रीगेटर रैपिडो ने भारत के फूड डिलीवरी मार्केट में धमाकेदार एंट्री कर ली है। कंपनी ने 'ओनली' (Ownly) नाम से अपना फूड डिलीवरी ऐप बेंगलुरु में लॉन्च किया है, जो सीधे तौर पर स्विगी और जोमैटो को टक्कर देने की तैयारी में है। यह सेवा फिलहाल बेंगलुरु के कुछ चुनिंदा इलाकों जैसे कोरमंगला, एचएसआर और बीटीएम लेआउट में शुरू हुई है।
रेस्टोरेंट और ग्राहकों दोनों के लिए फायदेमंद
'ओनली' का मुख्य उद्देश्य रेस्टोरेंट और ग्राहकों दोनों के लिए फूड डिलीवरी को किफायती बनाना है। यह ऐप स्विगी और जोमैटो के 16-30% के कमीशन मॉडल के बजाय रेस्टोरेंट से प्रति ऑर्डर एक तय और कम फीस ले रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, ₹400 से कम के ऑर्डर पर ₹25 और ₹400 से ऊपर के ऑर्डर पर ₹50 का चार्ज लिया जाएगा। इस मॉडल से रेस्टोरेंट अपने खाने की कीमत को ऑनलाइन और ऑफलाइन एक समान रख पाएंगे, जिससे ग्राहकों को भी कम दाम पर खाना मिलेगा।
'ओनली' की खास बातें
- कम कीमत: 'ओनली' ऐप पर खाने की कीमत स्विगी और जोमैटो के मुकाबले लगभग 15% तक कम होने का दावा किया जा रहा है।
- समान मेन्यू: रेस्टोरेंट को अपने मेन्यू की कीमतें ऑनलाइन और ऑफलाइन समान रखने की शर्त रखी गई है।
- फिक्स्ड डिलीवरी फीस: ग्राहकों से ऑर्डर के मूल्य के आधार पर तय डिलीवरी फीस ली जाएगी।
- मौजूदा नेटवर्क का इस्तेमाल: रैपिडो अपने मौजूदा बाइक टैक्सी राइडर्स के बड़े नेटवर्क का इस्तेमाल फूड डिलीवरी के लिए करेगा, जिससे डिलीवरी जल्दी और कम खर्च में पूरी हो सकेगी।
स्विगी-जोमैटो की मुश्किलें बढ़ीं
रैपिडो की एंट्री से स्विगी और जोमैटो के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। एक ब्रोकरेज फर्म के अनुसार, अगर रैपिडो 10-12% मार्केट शेयर हासिल कर लेता है, तो मौजूदा कंपनियों के राजस्व और मूल्यांकन पर 4-5% तक का असर पड़ सकता है। हालांकि, स्विगी ने इस संभावित टकराव को स्वीकार करते हुए रैपिडो में अपनी 12% हिस्सेदारी बेचने की बात कही है।