Brazil, 27 May, 2021
कोरोना की दूसरी लहर में जहां पूरा विश्व जूझ गया अब वही यह धीमा पड़ने लगा है लेकिन अब म्यूकोरामाइकोसिस का खतरा बढ़ गया है जिससे ब्लाक फंगस और व्हाइट फंगस से रोजाना विश्व भर में मामले सामने आ रहे हैं। ब्राजील में हुई एक एक ताजा शोध में पता चला है कि फंगस और बैक्टीरिया सिर व गर्दन के कैंसर का खतरा पैदा कर सकते हैं। यह अध्ययन कैंडिडा अल्बिकंस फंगस और स्टैफिलोकोकस ऑरियस बैक्टीरिया को लेकर किया गया है।ब्राजील में साओ पाउलो स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता समूह ने इस फंगस, बैक्टीरिया से शरीर में जीन व्यवहार और कैंसर कोशिकाओं का अस्तित्व प्रभावित होने का विस्तृत विश्लेषण किया। इसमें सामने आया कि ये किस तरह सिर और गर्दन से जुड़े कैंसर जीन सक्रिय कर देते हैं।
इस शोध के नतीजों में सूक्ष्मजीव बायोफिल्म्स और सिर, गर्दन में कैंसर कोशिकाओं के व्यवहार के जुड़ाव को लेकर बिलकुल नई जानकारी उजागर हुई है।शोधकर्ताओं ने पता लगाया कि बायोफिल्म्स (कई सूक्ष्मजीवों का संग्रहण) से स्रावित मेटाबॉलाइट (मेटाबॉलिज्म के लिए जरूरी पदार्थ) कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि और अस्तित्व से जुड़े प्रोटो-ऑन्कोजीन व कोशिका चक्त्रस् जीनों के व्यवहार में बदलाव कर सकते हैं।
दो संकेतन मार्गों पर आधारित विश्लेषण, जीन व्यवहार पर यह विश्लेषण दो संकेतन मार्गों - ईजीएफआर/आरएएस/आरएएफ/एमईके/ईआरके और ईजीएफआर/पीआई3के/एकेटी/एमटीओआर पर केंद्रित है। ये मार्ग कैंसर कोशिकाओं के प्रसार, विभेदन और अस्तित्व में अहम भूमिका निभाते हैं।