China, 14 Jan (News Helpline) दुनिया भर में COVID-19 मामलों की वृद्धि ने कई देशों को वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सख्त प्रतिबंध लगाने के लिए प्रेरित किया है। ऐसे में चीन से एक बेहद ही हैरान कर देने वाला वीडियो सामने आया है, जिसमें दिखाया गया है कि लोग छोटे से मेटल बॉक्स में रहने को मजबूर हैं।
चीन के निवासियों द्वारा सोशल मीडिया पर अपलोड किए जा रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि बेहद छोटे धातु के बॉक्सों की लंबी लाइन बनी हुई है, जिनमें लोग रह रहे हैं।
बताया जा रहा है कि इन बॉक्स में वे लोग हैं जो कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। ये नए प्रतिबंध देश के नए 'जीरो कोविड' नियम के बीच लगाए गए हैं।
वैसे अपने ही लोगों पर क्यों अत्याचार कर रहा चीन? सोशल मीडिया पर अपलोड किए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि संदिग्ध COVID-19 रोगी धातु के बक्से में रह रहे हैं। इसके अलावा लोगों को क्वारंटाइन कैंपों में ले जाने वाली बसों की लंबी कतारें भी दिख रही हैं।
चीन की नई शून्य COVID-19 नीति में उन लोगों के लिए कई कठोर प्रतिबंध लगाए गए हैं, जो या तो वायरस के संपर्क में आए हैं या जिनमें लक्षण दिख रहे हैं।
गौरतलब है कि बीजिंग में अगले महीने शीतकालीन ओलंपिक खेल शुरू होने हैं। इन्हीं खेलों की मेजबानी करने के लिए अपनी तैयारियों को पुख्ता दिखाने के वास्ते चीन ने लाखों लोगों को क्वारंटाइन के तहत रखा है।
मीडिया रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया पोस्ट के अनुसार COVID-19 के कड़े प्रतिबंधों के बीच गर्भवती महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों सहित लोगों को छोटे धातु के बक्से में रहने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार इन मेटल बॉक्सेस में सिर्फ एक लकड़ी का बेड और एक शौचालय है और व्यक्ति इन तंग परिस्थितियों में दो सप्ताह तक रहता है। फिर भले ही उनके इलाके में एक ही व्यक्ति को कोरोना वायरस हुआ हो। लोगों को अक्सर आधी रात के बाद कहा जाता है कि उन्हें तुरंत क्वारंटाइन केंद्रों में जाने और अपने घरों से बाहर निकलने की आवश्यकता है।