मुंबई, 8 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। कनाडा के जंगलों में लगी आग का धुआं अमेरिका पहुंच गया है। इसकी वजह से अमेरिका के ईस्ट कोस्ट पर सभी स्कूल ने स्टूडेंट्स के बाहर निकलने पर रोक लगा दी है। यहां आसमान में पीले रंग की धुंध छा गई है। धुएं की वजह से न्यूयॉर्क सहित अमेरिका के कई राज्यों में प्रदूषण को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिकागो से लेकर एटलांटा तक करीब 10 करोड़ लोग प्रदूषण की जद में हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने आग से निपटने के लिए 600 फायरफाइटर्स को कनाडा भेजा। हालात का जायजा लेने के लिए उन्होंने कनाडा के PM जस्टिन ट्रूडो से फोन पर बात की। उन्होंने कनाडा को हर संभव मदद का भरोसा दिया।
दरअसल, कनाडा के जंगलों में अब तक की सबसे भयानक आग लगी है। यहां सभी 10 प्रांतों और शहरों में इसका असर देखा जा रहा है। अधिकारियों के मुताबिक, अगस्त तक स्थिति और खराब होने की आशंका है। अब तक करीब 38 हजार स्क्वायर किमी का क्षेत्र जल चुका है। ये पिछले 10 साल के औसत से 13 गुना ज्यादा और बेल्जियम के कुल क्षेत्रफल से भी बड़ा है। इसकी वजह से 1 लाख 20 हजार से ज्यादा लोगों को घर छोड़ना पड़ा है। कनाडा का जो इलाका जंगलों की आग से सबसे ज्यादा प्रभावित है वो अमेरिका से 800 से 970 किलोमीटर की दूरी पर है। एक एयर क्वालिटी एक्सपर्ट के मुताबिक कनाडा के जंगल में लगी आग से निकले धूएं में कार्बन और जहरीले मेटल के कण हैं। जो फेफड़ों में अंदर तक जाकर नुकसान पहुंचाता है।