चीन की बुढ़ी हो चुकी आबादी ड्रैगन के सामने नई चुनौती बनकर उभरी है. स्थिति यह हो गई है कि अधिक बच्चे पैदा करने को लेकर बनाई गई उसकी नीति भी काम नहीं कर रही है और विवाह दर में लगातार गिरावट देखने को मिली है. चीनी नागरिक मामलों के मंत्रालय के अनुसार, नवविवाहित जोड़ों की संख्या में 2021 की पहली तीन तिमाही में गिरावट आई है. जबकि पिछले साल के आंकड़ों की तुलना में, तीसरी तिमाही में केवल 1.72 मिलियन (करीब 17 लाख) जोड़े शादी के बंधन में बंधे हैं.
रेडियो फ्री एशिया ने बताया कि शादी में कमी को जिसे सिर्फ COVID-19 महामारी से नहीं जोड़ा जा सकता है, इसके पीछे कही न कहीं सरकार की ओर से किए गए वादों में विश्वास की कमियां हैं. जिनमें वह बच्चे पालने वाले कपल्स पर से बोझ कम करने की बात कहती है.
चाइनीज कम्यूनिस्ट पार्टी (CCP) के यूथ लीग की ओर से किए गए हालिया सर्वे जवाब देने वाले करीब 3000 लोग (34 फीसदी) अब जीवन साथी को जरूरी नहीं मानते हैं. इस सर्वे के अनुसार 43 फीसदी से अधिक महिलाओं का कहना है कि या तो वह शादी नहीं करेंगी या फिर इस बारे में कुछ नहीं कह सकतीं हैं. चीन में शादी को लेकर यह अनिश्चितता आर्थिक स्थिति से भी जुड़ी हुई थी क्योंकि धनी शहरों में युवा लोग छोटे शहरों की तुलना में बिना शादी किए ही रहना चाहते हैं.