मुंबई, 3 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। ईद अल-फितर के अवसर पर व्हाइट हाउस में एक समारोह आयोजित किया गया है। इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि दुनिया भर में मुसलमान हिंसा का शिकार हो रहे हैं। बाइडेन ने कहा कि उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता के लिए राजदूत-एट-लार्ज के रूप में सेवा करने वाले पहले मुस्लिम को नियुक्त किया है। यह जरूरी है क्योंकि आज दुनिया भर में हम देख रहे हैं कि बहुत से मुसलमानों को हिंसा का निशाना बनाया जा रहा है। किसी को भी उनके धार्मिक आस्थाओं के लिए प्रताड़ित नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा, 'आज, हम लोगों को भी याद करते हैं जो इस पवित्र दिन को नहीं मना पा रहे हैं। इनमें उइगर और रोहिंग्या और वे सभी शामिल हैं जो अकाल, हिंसा, संघर्ष और बीमारी का सामना कर रहे हैं।'
बाइडेन ने आगे कहा कि दुनिया थोड़ी बदल रही है। यमन में लोगों को रमजान का सम्मान करने और छह साल में पहली बार शांति से ईद मनाने की अनुमति दी गई, लेकिन हमें यह स्वीकार करना होगा कि अभी बहुत काम करना बाकी है। मुसलमान हमारे देश अमेरिका को हर दिन मजबूत कर रहे हैं, जबकि वह खुद समाज में वास्तविक चुनौतियों और खतरों का सामना कर रहे हैं, जिसमें लक्षित हिंसा और इस्लामोफोबिया शामिल है। बाइडेन ने कहा कि हम दुनिया के पूरे इतिहास में एकमात्र राष्ट्र हैं जो किसी धर्म, नस्ल, जातीयता, भूगोल के आधार पर नहीं, बल्कि एक विचार के आधार पर संगठित हुए हैं। कार्यक्रम के बाद बाइडेन ने एक ट्वीट किया, 'जिल और मुझे आज रात व्हाइट हाउस में ईद-उल-फितर के स्वागत समारोह की मेजबानी करने के लिए सम्मानित किया गया। दुनिया भर में जश्न मनाने वाले सभी लोगों को शुभकामनाएं। ईद मुबारक।' इस बीच, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने भी इस अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने ट्वीट किया, 'हमारे परिवार की ओर से आप सभी को ईद मुबारक।'
इस कार्यक्रम में फर्स्ट लेडी जिल बिडेन, पाकिस्तानी गायक और संगीतकार अरोज आफताब और मस्जिद मुहम्मद के इमाम डॉ. तालिब एम सहित कई हस्तियां शामिल हुईं।