हर वर्ष ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी का व्रत श्रद्धा और विश्वास के साथ मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्रीगणेश की विधिवत पूजा की जाती है। उन्हें विघ्नहर्ता और संकटमोचन कहा जाता है। इस बार यह व्रत 30 मई 2025, शुक्रवार को मनाया जा रहा है, जो कई ज्योतिषीय दृष्टि से भी अत्यंत खास माना जा रहा है।
इस पावन दिन पर चंद्र ग्रह का राशि परिवर्तन हो रहा है, जो कई राशियों के लिए सौभाग्य, समृद्धि और सफलता के द्वार खोल सकता है।
चंद्र ग्रह का राशि परिवर्तन: मिथुन से कर्क में प्रवेश
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चंद्रमा को मन, भावनाएं, सुख, कल्पना और मानसिक शांति का प्रतिनिधि ग्रह माना गया है। 30 मई 2025 को दोपहर 3:42 बजे, चंद्रमा मिथुन राशि से निकलकर कर्क राशि में गोचर करेगा। यह परिवर्तन कुछ राशियों के लिए विशेष रूप से शुभ और लाभकारी सिद्ध हो सकता है।
जानिए किन 3 भाग्यशाली राशियों को इस गोचर से सबसे अधिक लाभ मिलने की संभावना है।
1. सिंह राशि: आय में वृद्धि और पद प्रतिष्ठा में इज़ाफा
इस राशि के जातकों के लिए चंद्रमा का गोचर बेहद शुभ सिद्ध होगा। सिंह राशि वालों को व्यापार और नौकरी दोनों क्षेत्रों में अवसरों की बहार मिलेगी। कारोबार में नई डील्स फाइनल हो सकती हैं और निवेश का लाभ मिल सकता है।
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नौकरीपेशा लोगों को नई जिम्मेदारियाँ और सम्मान प्राप्त हो सकता है।
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मित्रों के साथ विदेश यात्रा की संभावनाएं बन रही हैं।
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घर के बुजुर्गों की सेहत में सुधार होगा।
उपाय: चांदी का कड़ा धारण करें।
सावधानी: अकेले वाहन चलाकर लंबी यात्रा से बचें।
2. तुला राशि: रुके हुए पैसे और पारिवारिक खुशियां
तुला राशि वालों के लिए यह समय धन लाभ और पारिवारिक सौहार्द का रहेगा। जिन लोगों ने किसी को उधार दिया था और पैसा वापस नहीं मिल रहा था, उन्हें अब अपना धन वापस मिलने की संभावना है।
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हाल ही में किए गए लोन एप्लिकेशन मंजूर हो सकते हैं।
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परिवार में किसी की सेहत खराब थी तो अब उसमें सुधार होगा।
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घर में कोई शुभ कार्यक्रम जैसे सगाई या शादी की चर्चा हो सकती है।
उपाय: पूर्णिमा का व्रत करें।
सावधानी: जल्दबाजी में कोई बड़ा निर्णय न लें।
3. मकर राशि: करियर में प्रगति और निवेश से लाभ
मकर राशि वालों के लिए यह दिन करियर और आर्थिक दृष्टि से अत्यंत शुभ रहेगा। व्यापारियों को भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। जो काम लंबे समय से अटके हुए थे, वे अचानक पूरे हो जाएंगे।
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करियर में नई ऊंचाई और पहचान मिल सकती है।
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धन की समस्या से जूझ रहे लोगों को पुराने निवेश से अच्छा रिटर्न मिलेगा।
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पिता से चल रहे मनमुटाव दूर होंगे और उनका स्वास्थ्य भी सुधरेगा।
उपाय: मां की सेवा करें और उनकी भावनाओं का सम्मान करें।
सावधानी: वाणी पर संयम रखें, किसी से कठोर शब्द न कहें।
निष्कर्ष: विनायक चतुर्थी पर करें भगवान गणेश और चंद्र देव की पूजा
विनायक चतुर्थी का पर्व केवल धार्मिक रूप से ही नहीं, बल्कि ज्योतिषीय दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। इस दिन गणेश जी की पूजा से सभी कार्यों में सफलता मिलती है और मन की चंचलता दूर होती है। वहीं चंद्रमा का राशि परिवर्तन आपकी कुंडली में मानसिक और आर्थिक स्थितियों को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है।
यदि आप भी उपरोक्त राशियों में से किसी एक के जातक हैं, तो इस शुभ योग का लाभ उठाएं। गणेश जी का ध्यान करें, व्रत रखें और उचित ज्योतिषीय उपायों को अपनाकर जीवन को शुभ और समृद्ध बनाएं।