ताजा खबर
आज का इतिहास: 16 अप्रैल को हुआ था चार्ली चैपलिन का जन्म, जानें अन्य बातें   ||    एक मंदिर जो दिन में दो बार हो जाता है गायब, मान्यता- दर्शन मात्र से मिलता मोक्ष   ||    फैक्ट चेक: कानपुर में हुई युवक की पिटाई का वीडियो 'ब्राह्मण पर पुलिसिया अत्याचार' के गलत दावे के साथ...   ||    वानखेड़े स्टेडियम में प्रदर्शन के बाद धोनी ने युवा प्रशंसक को मैच बॉल गिफ्ट की   ||    फैक्ट चेक: मंदिर से पानी पीने के लिए नहीं, फोन चोरी के शक में की गई थी इस दलित बच्ची की पिटाई   ||    Navratri 2024: नवरात्रि के 7वें दिन करें सात उपाय, नौकरी और कारोबार में मिलेगी सफलता   ||    यूपीएससी रियलिटी चेक: उत्पादकता, घंटे नहीं, सबसे ज्यादा मायने रखती है; आईएएस अधिकारी का कहना है   ||    Breaking News: Salman Khan के घर के बाहर हुई फायरिंग, बाइक सवार 2 हमलावरों ने चलाई गोली, जांच में जु...   ||    चुनाव प्रचार के दौरान राहुल ने लिया ब्रेक, अचानक मिठाई की दुकान पर पहुंचे, गुलाब जामुन का उठाया लुत्...   ||    13 अप्रैल: देश-दुनिया के इतिहास में आज के दिन की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ   ||   

महादेव की पूजा में बेलपत्र का महत्व, तोड़ने से पहले भूलकर भी न करें ये गलतियां !

Photo Source :

Posted On:Tuesday, February 21, 2023

शिव पूजा में बेलपत्र का विशेष महत्व है। बेलपत्र के बिना महादेव की पूजा अधूरी मानी जाती है। लोकप्रिय मान्यता के अनुसार भगवान शिव अपने रुद्र अवतार के लिए प्रसिद्ध हैं और बेल पत्र शांत करने में मदद करता है। शिवपुराण के अनुसार सावन के महीने में यदि कोई व्यक्ति महादेव को बेल पत्र चढ़ाता है तो वह एक करोड़ कन्यादान के बराबर होता है। शिव पूजा में बेलपत्र का विशेष महत्व होता है। कुछ महत्वपूर्ण नियम हैं जिन्हें आपको भगवान शिव को अर्पित करने से पहले जानना चाहिए अन्यथा इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

  •      महादेव को हमेशा तीन पत्तों वाला बेलपत्र अर्पित करें। छुट्टी में कोई दाग या क्षति नहीं होनी चाहिए,
  •       शिवलिंग पर कटा हुआ या क्षतिग्रस्त बेलपत्र नहीं चढ़ाना चाहिए।
  •      बेलपत्र को साफ पानी से धोकर शिवलिंग पर चढ़ाना चाहिए। सूखे भाग को ऊपर की ओर रखना चाहिए।
  •      यदि पूजा के समय आपके पास बेलपत्र नहीं है, तो आप अन्य लोगों द्वारा पहले से ही भगवान शिव को चढ़ाए गए बेलपत्र को धोकर फिर से महादेव को अर्पित कर सकते हैं।
  •      महादेव को कम से कम 1 बेलपत्र अर्पित करें। बेलपत्र पर 11, 21, 51, 10 जैसे अंक भी चढ़ाएं तो भी अच्छा माना जाता है।
  •      बेलपत्र लगाने से पहले महादेव का नाम लें। इसे प्लग करने के बाद पेड़ से आशीर्वाद लें।
  •       बेलपत्र को पूरी शाखा के साथ नहीं लगाना चाहिए।
  •      चतुर्थी, अष्टमी, नवमी तिथि, प्रदोष व्रत, शिवरात्रि, अमावस्या और सोमवार को बेलपत्र नहीं लगाएं।


बनारस और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. banarasvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.