नई दिल्ली, 26 मई| भारत में साल 2025 तक इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) का बाजार तेजी से बढ़ने की उम्मीद जताई गई है। साल 2025 तक नए इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) के सेल्स में टू व्हीलर की हिस्सेदारी 8-10 परसेंट और थ्री व्हीलर की हिस्सेदारी 30% से ऊपर रह सकती है । रेटिंग एजेंसी इक्रा (ICRA) ने कहा है कि देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) के नए मॉडल लांच होने, सरकारों की तरफ से पर्याप्त इंसेंटिव देने और आने जाने में जगह की सीमित सुविधा के हिसाब से ईवी सेगमेंट (EV Segment) में गाड़ियों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है ।
दुनियाभर में ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री (Auto Industry) इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) को लेकर काफी आशावादी दिख रही है। भारत देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) के ग्रोथ की राह में सबसे बड़ी बाधा फाइनेंस की दिक्कत है ।
रेटिंग एजेंसी इक्रा का मानना है कि लोगों को इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) की तरफ शिफ्ट करना ही पड़ेगा। भारत जैसे देश में EV की संख्या धीरे-धीरे बढ़ सकती है। दिलचस्प यह है कि चीन, यूरोप और अमेरिका जैसे बाजारों में इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) की डिमांड बहुत तेजी से बढ़ी है। इकरा के वाइस प्रेसिडेंट एवं ग्रुप हेड (Corporate sector ratings) शमशेर दीवान ने कहा, "भारत सरकार देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठा रही है। इसके साथ ही राज्य सरकारें भी अपनी तरफ से काफी कोशिश कर रही है। देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) की डिमांड तेज होने की राह में अधिक कीमत और कम रेंज बड़ी बाधा है। पैसेंजर कार और ट्रक में EV अब तक सफल साबित नहीं हो पाया है। मध्यम अवधि में EV की डिमांड साधारण रहने की उम्मीद है।