नई दिल्ली, 1st जुलाई 2021
गुरुग्राम स्तिथ इ - ग्रोसरी (E- Grocery) डिलीवरी एप ग्रोफर (Grofer) ने फ़ूड डिलीवरी प्लेटफार्म जोमाटो से 120 मिलियन डॉलर का फण्ड जुटाया है । इस डील से जुड़े सूत्रों ने बताया की 120 मिलियन डॉलर का फण्ड जुटाने के बाद ग्रोफर ने यूनिकॉर्न लिस्ट में अपना नाम शामिल कर लिए है । जो प्राइवेट कंपनी एक बिलियन डॉलर्स से ज्यादा का मूल्यांकन हासिल करती है वह कंपनी यूनिकॉर्न की लिस्ट में शामिल होती है ।
जोमाटो जो अपने आईपीओ (IPO) को अगले महीने लॉच करने की तैयारी कर रहा है, वह अपने ग्रोफर से जुड़े निवेश की मंजूरी के लिए अपनी अर्जी कम्पटीशन कमीशन ऑफ़ इंडिया के इस हफ्ते देने की तैयारी कर रहा है। इस निवेश के करंट राउंड में ज़ोमेटा e - ग्रोसरी डिलीवरी एप ग्रोफर में 100 मिलियन डॉलर का निवेश करेगा। सॉफ्टबैंक विज़न फण्ड की ग्रोफर में 50 फीसदी की हिस्सेदारी पहले से ही है। न्यू यॉर्क स्थित टाइगर ग्लोबल इस इन्वेस्टमेंट से बहार निकलने वाला इन्वेस्टर है जो ग्रोफर और जोमाटो दोनों में निवेशक है।
माना जाता है की इस निवेश के पीछे सबसे बड़ा कारण जोमेटो के प्रतिद्वंद्वी स्विग्गी अपनी हर रोज की जरूरतों की डिलीवरी सुपर डेली एंड क्विक ग्रोसर डिलवेरी सर्विस इंस्टमार्ट को आक्रामकता से मार्केट में उसे बढ़ा रही है। ग्रोफर अपनी लिस्टिंग नैस्डेक में अमरीका की केंटन फिट्जगेराल्ड के जरिये करवाना चाहता था पर अब फण्ड मिलने पर इस प्लान को रद्द कर दिया गया है।
स्टार्ट आप विशेषज्ञों का मानना है कि यह निवेश ग्रोफर को बढ़ती प्रतिस्पर्धा के सामने लड़ने के लिए और कोविड महामारी के वेव से ग्रोफर की बढ़ती डिमांड को पूरा करने में काफी मदद करेगा।