जयपुर, 3 नवंबर (न्यूज़ हेल्पलाइन) राजस्थान के भरतपुर में एक 14 वर्षीय लड़के के साथ कथित रूप से अप्राकृतिक यौनाचार करने के आरोप में एक न्यायाधीश को बुधवार को गिरफ्तार किया गया है। मिलीं जानकारी के अनुसार पुलिस ने गिरफ्तारी से पहले जज से जयपुर में दो दिन तक पूछताछ की ।
भरतपुर के पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार बिश्नोई ने कहा कि न्यायाधीश पर भारतीय दंड संहिता की धारा 377 (अप्राकृतिक अपराध) और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि दो अन्य नामजद आरोपी फरार हैं।
भरतपुर में एक विशेष भ्रष्टाचार निरोधक अदालत की अध्यक्षता करने वाले न्यायाधीश को रविवार को लड़के की मां द्वारा उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के बाद हिरासत में लिया गया था। इसके बाद से उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है।
जज ने लड़के और उसके परिवार पर पैसे के लिए ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया है। राजस्थान उच्च न्यायालय ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं और इसके लिए एक टीम का गठन किया है।
लड़के की मां ने आरोप लगाया है कि उन्हें धमकी दी जा रही है और केस वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है। उसने अपनी शिकायत में कहा कि जज ने उसके बेटे से टेनिस कोर्ट में मुलाकात की और पिछले महीने उससे दोस्ती की। इसके बाद वह कथित तौर पर उसे अपने घर ले गया, उसे नशीला पदार्थ पिलाया और उसके साथ दुष्कर्म किया। मां ने आरोप लगाया कि न्यायाधीश ने मामले की रिपोर्ट करने पर उन्हें और उनके भाई को झूठे मामलों में फंसाने की धमकी दी। उसने आरोप लगाया कि न्यायाधीश दो अन्य आरोपियों के साथ लड़के के साथ कथित तौर पर अप्राकृतिक यौनाचार करता रहा।
लड़के की माँ के अनुसार, जब लड़के ने उनसे बचना शुरू किया तो परिवार को शक होने लगा कि कुछ गड़बड़ है। उसने आखिरकार 28 अक्टूबर को अपनी आपबीती सुनाई। उन्होंने कहा कि जब उनका बेटा अगले दिन टेनिस कोर्ट नहीं गया, तो न्यायाधीश ने उनके सहयोगी, एक पुलिस अधिकारी और कुछ अन्य लोगों को उनके आवास पर भेज दिया।
लड़के की माँ ने कहा, "लड़के को भेजने से इनकार करने पर, न्यायाधीश ने हमें 29 अक्टूबर की रात को बाद में बुलाया। जब मैंने उससे कहा कि हमें पता है कि क्या हुआ, तो उसने फोन काट दिया। अगले दिन, न्यायाधीश एक अन्य व्यक्ति के साथ मेरे आवास पर आया,उसने जो किया था उसे स्वीकार किया और माफी मांगी। उसी शाम एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी आया और हमें गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी।”