दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हुए हमले ने पूरे देश में हलचल मचा दी है। इस घटना में चौंकाने वाला मोड़ तब आया जब आरोपी राजेश खिमजी के बारे में पता चला कि वह जानवरों से बेहद प्रेम करने वाला, एक पशु प्रेमी है। आरोपी की मां ने पुलिस से पूछताछ में बताया कि उसका बेटा मानसिक रूप से अस्वस्थ है और सुप्रीम कोर्ट द्वारा आवारा कुत्तों को सड़कों से हटाने के आदेश से बेहद आहत था।
आरोपी की मां ने खोले राज
गुजरात के राजकोट निवासी राजेश खिमजी की मां भानुबेन ने दिल्ली पुलिस की सूचना पर स्थानीय पुलिस को बताया कि राजेश को कुत्तों से बेहद लगाव है। उन्होंने कहा, “मेरे बेटे ने कुत्तों के लिए अपने प्रेम में यह कदम उठाया। वह मानसिक रूप से ठीक नहीं है। मैं दिल्ली की मुख्यमंत्री से हाथ जोड़कर माफी मांगती हूं। हम गरीब लोग हैं, कृपया मेरे बेटे को माफ कर दिया जाए।”
भानुबेन ने बताया कि राजेश उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर का भक्त है और अक्सर वहां जाता है। इस बार उसने घर से उज्जैन जाने की बात कहकर निकला था, लेकिन चुपचाप दिल्ली पहुंच गया।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश से हुआ था आहत
राजेश की मां और पड़ोसियों के मुताबिक, वह आवारा कुत्तों को सड़कों से हटाने के खिलाफ था। उसने सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो देखे थे जिसमें दिल्ली में कुत्तों को ट्रकों में भरकर ले जाया जा रहा था। इन्हीं वीडियो ने उसे विचलित कर दिया। उसने कई दिनों तक खाना नहीं खाया और चुपचाप दिल्ली पहुंच गया।
उसने अपने पिता को फोन पर कहा:
"मैं दिल्ली में हूं... कुत्तों के सिलसिले में आया हूं।"
इसके बाद उसने फोन काट दिया। उसके पिता ने सोचा वह मंदिर दर्शन के लिए गया होगा, लेकिन उसे सीएम पर हमला करने की बात सुनकर पूरा परिवार सकते में आ गया।
पड़ोसियों ने भी दी पशु प्रेम की गवाही
राजकोट में राजेश के पड़ोसी सुरेशभाई ने बताया कि राजेश पिछले 5-6 सालों से जानवरों के लिए समर्पित रहा है। वह गायों और कुत्तों को रोजाना खाना खिलाता था। उन्होंने कहा कि राजेश एक सरल और दयालु व्यक्ति है, लेकिन पिछले कुछ समय से मानसिक रूप से तनाव में दिख रहा था।
हमला कैसे हुआ?
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने मीडिया को बताया कि रेखा गुप्ता को आरोपी ने थप्पड़ नहीं मारा, बल्कि उनका हाथ पकड़कर खींचने की कोशिश की थी। इस खींचातानी में सीएम का सिर टेबल के कोने से टकरा गया। डॉक्टरों के मुताबिक, सीएम की हालत अब स्थिर है।
केस दर्ज, जांच जारी
दिल्ली पुलिस ने आरोपी राजेश खिमजी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी गई है। यह मामला अब सिर्फ एक हमले का नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य, पशु अधिकार और सामाजिक संवेदनाओं से भी जुड़ गया है।
निष्कर्ष
राजेश खिमजी द्वारा सीएम पर किया गया हमला किसी राजनीतिक द्वेष या निजी कारण से नहीं, बल्कि पशु प्रेम और मानसिक अस्थिरता से उपजा प्रतीत होता है। अब देखना होगा कि इस मामले में न्यायपालिका क्या रुख अपनाती है — क्या इसे मानवीय आधार पर देखा जाएगा या कानून के अनुसार सख्त कार्यवाही होगी।