गुरुवार सुबह दिल्ली से लेह जा रही इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट 6E 2006 को उस समय वापस लौटकर इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी, जब उड़ान के कुछ समय बाद ही उसमें तकनीकी खराबी की सूचना सामने आई। फ्लाइट में 180 यात्री सवार थे, जिनकी जान उस समय सांसत में आ गई, जब पायलट ने टेक्निकल इश्यू के कारण दिल्ली एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) से आपात लैंडिंग की अनुमति मांगी।
यह घटना इंडिगो एयरलाइंस और यात्रियों दोनों के लिए चिंताजनक थी। राहत की बात यह रही कि पायलट की सूझबूझ और दिल्ली एयरपोर्ट की तत्परता से यह फ्लाइट सुरक्षित लैंड कराई गई और किसी भी यात्री को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
क्या हुआ था तकनीकी गड़बड़ी?
अभी तक इंडिगो की ओर से आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, फ्लाइट टेक-ऑफ के करीब 20 मिनट बाद पायलट को इंजन से जुड़े तकनीकी अलार्म मिले। उड़ान भरने के बाद विमान जब लगभग 30,000 फीट की ऊंचाई पर था, तभी पायलट को कुछ असामान्य कंपन और डेटा रीडिंग्स की जानकारी मिली। इसके तुरंत बाद पायलट ने एहतियातन फ्लाइट को रिटर्न करने का फैसला लिया।
एटीसी से संपर्क करके पायलट ने इमरजेंसी लैंडिंग की अनुमति मांगी और करीब 45 मिनट की उड़ान के बाद विमान को दिल्ली एयरपोर्ट पर सुरक्षित लैंड करा दिया गया।
यात्रियों के बीच डर और दहशत का माहौल
विमान में सवार यात्रियों के मुताबिक, उड़ान के दौरान अचानक हलचल मच गई और क्रू मेंबर्स ने यात्रियों को सीट बेल्ट कसकर बैठने के लिए कहा। विमान के अंदर उस समय एक भय का माहौल बन गया जब यात्रियों को बताया गया कि तकनीकी समस्या के कारण फ्लाइट वापस दिल्ली लौट रही है।
यात्रियों ने बताया कि किसी को यह साफ-साफ नहीं बताया गया कि क्या गड़बड़ी हुई है, लेकिन कई यात्रियों के चेहरे पर तनाव और घबराहट देखी जा सकती थी। दिल्ली लौटने के बाद सभी यात्रियों को सुरक्षित विमान से उतार दिया गया।
एयरपोर्ट अथॉरिटी और इंडिगो का रेस्पॉन्स
दिल्ली एयरपोर्ट पर पहले से ही इमरजेंसी सेवाओं को अलर्ट कर दिया गया था। फायर ब्रिगेड, मेडिकल टीम और टेक्निकल क्रू रनवे पर पहले से मौजूद था। लैंडिंग के तुरंत बाद टेक्निकल टीम ने विमान की जांच शुरू कर दी है।
इंडिगो एयरलाइंस की तरफ से एक संक्षिप्त बयान में कहा गया है:
“फ्लाइट 6E 2006 जो कि दिल्ली से लेह जा रही थी, को टेक्निकल इश्यू की वजह से दिल्ली एयरपोर्ट पर रिटर्न करना पड़ा। सभी यात्री और क्रू मेंबर सुरक्षित हैं। फ्लाइट की टेक्निकल जांच जारी है और यात्रियों को वैकल्पिक उड़ान से उनके गंतव्य तक पहुंचाया जाएगा।”
DGCA ने मांगी रिपोर्ट
घटना को गंभीर मानते हुए नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने इंडिगो से इस इमरजेंसी लैंडिंग पर डिटेल्ड रिपोर्ट मांगी है। DGCA ने जांच टीम को निर्देश दिया है कि वे इंजन, उड़ान नियंत्रण प्रणाली और अन्य तकनीकी पहलुओं की बारीकी से जांच करें ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
यात्रियों को दी जाएगी वैकल्पिक फ्लाइट
इंडिगो ने सभी यात्रियों को आश्वासन दिया है कि उन्हें वैकल्पिक फ्लाइट से लेह भेजा जाएगा। कई यात्रियों को तत्काल दूसरी उड़ानों में एडजस्ट किया गया है, जबकि कुछ यात्रियों को अगले स्लॉट की फ्लाइट दी जाएगी। इसके अलावा कंपनी ने सभी प्रभावित यात्रियों को भोजन और आवश्यक सेवाएं उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है।
तकनीकी खराबियों को लेकर इंडिगो पर पहले भी उठ चुके हैं सवाल
गौरतलब है कि बीते कुछ महीनों में इंडिगो की कई फ्लाइट्स में तकनीकी गड़बड़ी की खबरें सामने आई हैं। चाहे वह हाइड्रोलिक फेलियर हो, इंजन में फॉल्ट या एयर कंडीशनिंग की समस्या, यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े होते रहे हैं। DGCA भी इंडिगो और अन्य घरेलू एयरलाइनों पर समय-समय पर सख्ती बरतता रहा है।
निष्कर्ष
इस घटना ने एक बार फिर साबित किया कि उड़ानों की सुरक्षा में किसी भी तरह की चूक नहीं की जा सकती। पायलट की सतर्कता और दिल्ली एयरपोर्ट की तत्परता की वजह से एक बड़ा हादसा टल गया। यात्रियों के सुरक्षित रहने से राहत की खबर है, लेकिन इस घटना से यह भी साफ हो गया कि विमानन कंपनियों को तकनीकी जांच और मेंटेनेंस में किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए।
DGCA की जांच रिपोर्ट के बाद ही यह साफ हो पाएगा कि यह तकनीकी गड़बड़ी क्यों और कैसे हुई, और क्या इसमें कोई मेंटेनेंस से जुड़ी चूक थी। तब तक सभी की निगाहें इंडिगो और एविएशन अथॉरिटी के अगले कदम पर टिकी रहेंगी।