उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ शहर कोतवाली क्षेत्र में सोमवार सुबह उस वक्त सनसनी फैल गई, जब एक किराए के कमरे में सो रहे सिपाही की लाश मिलने की खबर सामने आई। सुबह काफी देर तक कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो आसपास रहने वाले लोगों और साथियों को शक हुआ। कई बार आवाज लगाने के बाद भी जब अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, तो तत्काल पुलिस को सूचना दी गई। किसी तरह दरवाजा खुलवाया गया, तो अंदर का नजारा देख सभी सन्न रह गए। सिपाही बिस्तर पर निढाल पड़ा था और उसकी सांसें थम चुकी थीं।
मामले की जानकारी मिलते ही शहर कोतवाली पुलिस हरकत में आ गई। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच-पड़ताल शुरू की गई। मृतक की पहचान ट्रैफिक आरक्षी रंजीत मौर्या के रूप में हुई है, जो बलिया जिले के रहने वाले थे। वह आजमगढ़ में तैनात थे और शहर कोतवाली क्षेत्र में किराए के कमरे में रह रहे थे। पुलिस ने तत्काल मृतक के परिजनों को घटना की सूचना दी, जिसके बाद परिवार में कोहराम मच गया।
प्रारंभिक जांच में जो जानकारी सामने आई है, उसके मुताबिक रविवार रात रंजीत मौर्या ने ठंड से बचने के लिए अपने कमरे में अंगीठी जलाई थी। बताया गया कि उन्होंने अंगीठी को बिस्तर के पास रखकर ही सोना शुरू कर दिया था। कमरे के दरवाजे और खिड़कियां बंद होने के कारण अंदर धुआं भर गया। इसी धुएं से दम घुटने की आशंका जताई जा रही है, जिसके चलते उनकी मौत हो गई।
सोमवार 29 दिसंबर की सुबह जब रंजीत मौर्या काफी देर तक अपने कमरे से बाहर नहीं निकले, तो पास में रह रहे अन्य सिपाहियों को चिंता हुई। उन्होंने कई बार दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। अनहोनी की आशंका के चलते दरवाजा तोड़ा गया। अंदर जाने पर देखा गया कि रंजीत मौर्या बिस्तर पर मृत अवस्था में पड़े थे। इसके बाद तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी गई।
घटना की जानकारी मिलते ही सीओ सिटी शुभम तोदी, शहर कोतवाली पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। फॉरेंसिक टीम ने कमरे की बारीकी से जांच की और साक्ष्य एकत्र किए। कमरे में अंगीठी रखी हुई मिली, जिससे प्रथम दृष्टया दम घुटने से मौत की आशंका और मजबूत हो गई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है, ताकि मौत के वास्तविक कारणों की पुष्टि हो सके।
इस मामले पर सीओ सिटी शुभम तोदी ने बताया कि मृतक आरक्षी रंजीत कुमार मौर्य वर्ष 2018 बैच के सिपाही थे। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि वह अपने कमरे में अंगीठी जलाकर सोए थे। संभवतः इसी वजह से दम घुटने के कारण उनकी मौत हुई है। हालांकि, पुलिस हर पहलू से मामले की जांच कर रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों की आधिकारिक पुष्टि की जाएगी।
घटना के बाद पुलिस महकमे में शोक की लहर है। साथी पुलिसकर्मियों ने रंजीत मौर्या को एक मेहनती और जिम्मेदार सिपाही बताया। वहीं, इस घटना ने एक बार फिर सर्दी के मौसम में अंगीठी या बंद कमरे में आग जलाकर सोने के खतरे को उजागर किया है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि ठंड से बचने के लिए ऐसे खतरनाक उपायों से बचें और सुरक्षित विकल्पों का इस्तेमाल करें।