ताजा खबर
ICICI और Yes Bank के सर्विस चार्ज बदले, Axis ने भी किया बड़ा ऐलान   ||    मलेशियाई नौसेना के हेलीकॉप्टर हवा में टकराए, 10 की मौत   ||    मलेशियाई नौसेना के हेलीकॉप्टर हवा में टकराए, 10 की मौत   ||    लोकसभा चुनाव 2024: सबसे बड़ा लोकतंत्र मतदान क्यों नहीं कर रहा?   ||    Earth Day 2023: पृथ्वी दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?   ||    फैक्ट चेक: उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के बीच CM धामी ने सरेआम बांटे पैसे? वायरल वीडियो दो साल पुराना...   ||    मिलिए ईशा अरोड़ा से: ऑनलाइन ध्यान खींचने वाली सहारनपुर की पोलिंग एजेंट   ||    आज का इतिहास: 16 अप्रैल को हुआ था चार्ली चैपलिन का जन्म, जानें अन्य बातें   ||    एक मंदिर जो दिन में दो बार हो जाता है गायब, मान्यता- दर्शन मात्र से मिलता मोक्ष   ||    फैक्ट चेक: कानपुर में हुई युवक की पिटाई का वीडियो 'ब्राह्मण पर पुलिसिया अत्याचार' के गलत दावे के साथ...   ||   

इमरान खान ने की पाकिस्तान पर वेस्ट के दबाव की आलोचना, पूछा: 'क्या आपने भारत को लिखा?'

Photo Source :

Posted On:Monday, March 7, 2022

Pakistan, 7 March (News Helpline)       पाकिस्तानी प्रधान मंत्री इमरान खान ने यूनाइटेड नेशनल्स जनरल असेंबली वोटिंग में यूक्रेन के खिलाफ रूस की आक्रामकता की निंदा करने के लिए पाकिस्तान पर दबाव डालने के लिए इस्लामाबाद स्थित वेस्टर्न एन्वॉयस को फटकार लगाई है, जिसमें से भारत, पाकिस्तान, संयुक्त अरब अमीरात ने भाग नहीं लिया। एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए, इमरान खान ने कहा कि 22 राजनयिक मिशनों के प्रमुखों द्वारा जारी जॉइंट लेटर के जवाब में पाकिस्तान वेस्ट का गुलाम नहीं है, जिसमें पाकिस्तान से रूस की निंदा करने वाले यूनाइटेड नेशनल्स जनरल असेंबली में एक प्रस्ताव का समर्थन करने का आग्रह किया गया था। इमरान खान ने सवाल किया है, "मैं यूरोपीय संघ के राजदूतों से पूछना चाहता हूं: क्या आपने भारत को ऐसा लेटर लिखा था?"
 
"आप हमारे बारे में क्या सोचते हैं? क्या हम आपके गुलाम हैं... कि जो कुछ आप कहोगे, हम करेंगे?" इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान को नुकसान हुआ क्योंकि उसने अफगानिस्तान में वेस्टर्न नाटो गठबंधन का समर्थन किया था।
 
इमरान खान ने कहा, "संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस, चीन और यूरोप के साथ हमारी दोस्ती है। हम किसी भी कैंप में नहीं हैं। चूंकि हम तटस्थ हैं, हम यूक्रेन में इस युद्ध को समाप्त करने के प्रयास के लिए इन देशों के साथ सहयोग करने की कोशिश करेंगे।"
 
1 मार्च को, जर्मनी और फ्रांस सहित पाकिस्तान में अलग-अलग विदेशी मिशनों के प्रमुखों ने 25 फरवरी के यूएनएससी प्रस्ताव को याद करते हुए एक जॉइंट लेटर लिखा था। राजनयिकों के अनुसार, लेटर को सार्वजनिक रूप से जारी करने का कदम दुर्लभ था।
 
लेटर को ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, बुल्गारिया, चेक गणराज्य, डेनमार्क, फ्रांस, जर्मनी, ग्रीस, हंगरी, इटली, पुर्तगाल, पोलैंड, रोमानिया, स्पेन, स्वीडन, नीदरलैंड, जापान, नॉर्वे और स्विटजरलैंड के राजदूतों द्वारा साइन किया गया था। पाकिस्तान में यूरोपीय संघ के प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख ने कहा कि प्रस्ताव का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सीमाओं के भीतर यूक्रेन की संप्रभुता, स्वतंत्रता, एकता और क्षेत्रीय अखंडता के प्रति प्रतिबद्धता की पुष्टि करना था और यूक्रेन के खिलाफ रूस की आक्रामकता की कड़ी निंदा करना।
 
जब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर विशेष सैन्य अभियान को ऑथोराइज किया, तो इमरान खान की मॉस्को यात्रा की आलोचना हुई। इसके बाद यूनाइटेड नेशनल्स जनरल असेंबली के प्रस्ताव पर पाकिस्तान ने अपना बचाव किया।


बनारस और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. banarasvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.