मुंबई, 04 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। भारत पाकिस्तान बॉर्डर से लगे इलाकों और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा को और मजबूत करने जा रहा है। इसके लिए सेना ने 6 नए AK-630 एयर डिफेंस गन सिस्टम खरीदने का फैसला किया है। सरकारी कंपनी एडवांस्ड वेपन एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड (AWEIL) को इसके लिए टेंडर जारी किया गया है। सेना के अधिकारियों ने बताया कि इन गन सिस्टम की जरूरत ऑपरेशन सिंदूर के दौरान महसूस हुई थी। उस समय पाकिस्तान सेना ने जम्मू-कश्मीर और पंजाब में आबादी वाले क्षेत्रों और धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया था। अब इन सिस्टम की तैनाती से इन संवेदनशील इलाकों में हवाई खतरों से ज्यादा प्रभावी सुरक्षा मिल सकेगी।
AK-630 एक 30 मिमी मल्टी-बैरल मोबाइल गन सिस्टम है, जो प्रति मिनट करीब 3,000 राउंड फायर करने में सक्षम है और इसकी मारक क्षमता लगभग 4 किलोमीटर तक है। इसे ट्रेलर पर लगाया जाएगा और हाई-मोबिलिटी वाहन से खींचा जाएगा। यह सिस्टम ड्रोन, रॉकेट, आर्टिलरी और मोर्टार जैसे हवाई खतरों को रोकने में सक्षम होगा। इसमें ऑल-वेदर इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल फायर कंट्रोल सिस्टम लगाया जाएगा, जो हर मौसम में लक्ष्य की पहचान कर सकेगा।
यह कदम ‘मिशन सुदर्शन चक्र’ का हिस्सा है, जिसकी घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले से की थी। इस मिशन का लक्ष्य 2035 तक पूरी तरह स्वदेशी मल्टी-लेयर सुरक्षा कवच तैयार करना है। इसमें निगरानी प्रणाली, साइबर सुरक्षा और आधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम शामिल किए जाएंगे। इसी दिशा में भारतीय रक्षा अनुसंधान संगठन (DRDO) ने हाल ही में ओडिशा के तट पर स्वदेशी इंटीग्रेटेड एयर डिफेंस वेपन सिस्टम (IADWS) का सफल परीक्षण किया था। यह मल्टीलेयर सुरक्षा प्रणाली है, जो दुश्मन के हवाई हमलों को नाकाम करने में सक्षम है। इसमें क्विक एक्शन सरफेस टू एयर मिसाइल (QRSAM), एडवांस्ड वैरी शॉर्ट एयर डिफेंस मिसाइल (VSHORADS) और हाई पावर लेजर आधारित डायरेक्टेड एनर्जी वेपन (DEW) शामिल हैं।