मुंबई,18 मार्च, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। विदेश मंत्री एस जयशंकर शनिवार को एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में शामिल हुए। जयशंकर ने यहां चीन, युक्रेन-रूस युद्ध और CAA पर भारत का विरोध कर चुके अमेरिकी राजदूत के बयान पर खुलकर बातचीत की। इसके अलावा उन्होंने दावा किया कि इस दशक के अंत तक भारत दुनिया का तीसरा सबसे ताकतवर देश बनकर उभरेगा। जयशंकर ने भारत चीन के मौजूदा संबंध को चुनौतीपूर्ण बताया। जयशंकर ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर स्थिति बहुत नाजुक बनी हुई है। कुछ इलाकों में भारत एवं चीन, दोनों देशों के सैनिकों की नजदीक तैनाती करने के चलते हालात काफी खतरनाक है।
हालांकि विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि कई क्षेत्रों में सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया में प्रगति हुई है। जयशंकर ने आगे कहा- आप समझौतों का उल्लंघन करके यह नहीं दिखा सकते हैं कि सबकुछ नॉर्मल है। पहले जो समझौते हुए, उनका चीन ने उल्लंघन किया। हम साफ कर चुके हैं कि समझौतों का उल्लंघन नहीं सहेंगे। विदेश मंत्री ने कहा कि नागरिकता के लिए दुनिया के देशों में अलग अलग नियम कानून हैं। अगर आप यूरोप को देखेंगे तो वहां जर्मनी के लोगों को आसानी से नागरिकता मिल जाती है। अगर कोई पाकिस्तानी हिंदू है जिसका उत्पीड़न किया गया हो, वह भारत की जगह और कहां जाएगा? यह एक ऐसी सच्चाई है, जिसे हर कोई जानता है। जहां तक गार्सेटी के बयान का सवाल है, उन्हें भारत आने दीजिए, प्यार से समझा देंगे। इंटरव्यू के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि देश और समाज अब बदल रहा है। हम ग्लोबल और डायनमिक होते जा रहे हैं। देश और समाज अब बदल चुका है। हम अब अलग नजरिए से आगे बढ़ रहे हैं। इस दशक के अंत तक भारत दुनिया का तीसरा सबसे ताकतवर देश बनकर उभरेगा।