नई दिल्ली, 30 अप्रैल । उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने महिलाओं की स्वास्थ्य आवश्यकताओं को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए भारतीय महिलाओं में अल्प-पोषण समस्या के समाधान के लिए ठोस उपाय करने का आह्वान किया।
उपराष्ट्रपति ने शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हैदराबाद की स्त्री रोग विशेषज्ञ, डॉ. इविता फर्नांडीज को महिला स्वास्थ्य देखभाल एवं सशक्तिकरण के लिए उनकी सेवाओं को मान्यता प्रदान करते हुए 'युद्धवीर मेमोरियल अवार्ड' प्रदान किया। उन्होंने कहा कि अगर महिलाओं की स्वास्थ्य आवश्यकताओं को नजरअंदाज किया जाता है तो हम कभी भी स्वस्थ समाज का निर्माण नहीं कर सकते हैं।
इस बात को ध्यान में रखते हुए कि देश में मातृ मृत्यु दर में कमी लाने की दिशा में काफी प्रगति हुई है, उपराष्ट्रपति ने इस गिरावट में तेजी लाने की आवश्यकता पर बल दिया जिससे कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा निर्धारित सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के लक्ष्य 3.1 की प्राप्ति की जा सके, जिसका उद्देश्य 2030 तक वैश्विक मातृ मृत्यु दर को प्रति एक लाख जन्म में 70 से कम करना है।
पुरस्कार विजेता डॉ. इविता फर्नांडीज द्वारा महिलाओं के स्वास्थ्य एवं पुनरुत्पादन में अग्रणी भूमिका की सराहना करते हुए उन्होंने कहा "मुझे इस बात की खुशी है कि डॉ. इविता महिलाओं के लिए प्रसव को प्राकृतिक और सकारात्मक अनुभव बनाने, नॉर्मल डिलीवरी को बढ़ावा देने और सिजेरियन मामलों में कमी लाने की दिशा में हर संभव प्रयास किया है।" उपराष्ट्रपति ने कहा कि वे चाहते हैं कि सिजेरियन वर्गों में कमी लाने की मुहिम में ज्यादा से ज्यादा निजी अस्पताल शामिल हों।
इस कार्यक्रम में मुरलीधर गुप्ता, युद्धवीर फाउंडेशन के अध्यक्ष, डॉ. इविता फर्नांडीज, फर्नांडीज फाउंडेशन की अध्यक्षा, विनय वीर, स्वर्गीय युद्धवीर के पुत्र एवं अन्य पारिवारिक सदस्य, प्रकाश जैन, दैनिक हिंदी मिलाप के मार्केटिंग मैनेजर, अनुज गुरुवर और अन्य लोग वर्चुअल रूप से शामिल हुए।