लखनऊ, 9 फ़रवरी (न्यूज़ हेल्पलाइन) कर्नाटक के कुछ कॉलेजों द्वारा हिजाब पहने छात्रों को प्रवेश देने से मना करने पर विवाद खड़ा हो गया जिसके बाद से कई राजनीतिक प्रतिक्रिया भी देखने मिलीं। विवाद इतना गहरा गया की पड़ौसी मुल्क पाकिस्तान के नेताओं ने भारत पर इस बात को लेकर हमले तक कर दिए। दूसरी ओर पाकिस्तान को मुँहतोड़ जवाब देते हुए एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को कहा कि, “इधर मत देखो।”
पाकिस्तान के कई मंत्रियों ने मौजूदा हिजाब विवाद पर टिप्पणी की जिसका जवाब देते हुए ओवैसी ने उत्तर प्रदेश में अपनी चुनावी रैली के दौरान कहा, "पाकिस्तान में मलाला पर हमला किया गया था और उन्हें पाकिस्तान छोड़ना पड़ा था। पाकिस्तान का संविधान किसी गैर-मुस्लिम को पीएम बनने की अनुमति नहीं देता है। पाकिस्तान को मेरी सलाह इधर मत देखो। आपके यह खुद कितनी समस्याएँ है उन्हें देखो। बलूच को देखो। यह देश हमारा देश है। यह हमारा आंतरिक मामला है। हमारी समस्याओं में अपनी नाक मत डालो। आपकी नाक में चोट लगेगी।“
बता दें, भारत में छिड़े हिजाब विवाद को लेकर पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि इस हिजाब विवाद पर मुस्लिम लड़कियों को शिक्षा से वंचित करना मौलिक मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन है। कुरैशी ने कहा, "मुस्लिम लड़कियों को शिक्षा से वंचित करना मौलिक मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन है। किसी को भी इस मौलिक अधिकार से वंचित करना और उन्हें हिजाब पहनने के लिए आतंकित करना बिल्कुल दमनकारी है। दुनिया को यह महसूस करना चाहिए कि यह मुसलमानों के यहूदीकरण की भारतीय राज्य योजना का हिस्सा है।”
वहीं दूसरी ओर भारत की स्थिति को 'भयानक' करार देते हुए पाकिस्तान के सूचना एवं प्रसारण मंत्री च फवाद हुसैन ने कहा, 'अस्थिर नेतृत्व में भारतीय समाज तेजी से गिर रहा है।’
बात दें, हिजाब विवाद तब शुरू हुआ जब कर्नाटक के कुछ कॉलेजों ने हिजाब पहने छात्रों को प्रवेश देने से मना कर दिया। जैसे ही यह मुद्दा भड़कना शुरू हुआ शिक्षा विभाग ने कहा कि कोई भी पोशाक जो सद्भाव को नुकसान पहुंचाती है स्कूलों और कॉलेजों में सार्वजनिक व्यवस्था की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके कारण कर्नाटक के कई हिस्सों में और अधिक विरोध प्रदर्शन हुए, जिनमें से कुछ हिंसक हो गए और सरकार को सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ा।