मोहाली, 4 जून (न्यूज़ हेल्पलाइन)
शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने गुरुवार को हाईकोर्ट से मांग की कि पंजाब में कांग्रेस सरकार वैक्सीन की कृत्रिम कमी पैदा करके निजी अस्पतालों को भारी मुनाफा देकर वैक्सीन की खुराक बेच रही है और इस तरह से लोगों के जीवन के साथ खेल रही है।
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष ने गुरुवार को वैक्सिनेशन में हो रहे घोटाले का हवाला देते हुए मीडिया को बताया कि आम आदमी के टिके निज़ी अस्पतालों को दिए जाने के मामले में स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू के खिलाफ एक मामला दर्ज किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस घोटाले के बारे में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भी अवगत कराया गया था, जिन्होंने हाल ही में सभी के लिए मुफ्त टीके की मांग की थी । बादल ने निशाना साधते हुए कहा की, "राहुल गांधी को कहना चाहिए कि वह आम आदमी को 1,560 रुपये प्रति खुराक देने के लिए मजबूर करने के पंजाब सरकार के कदम का समर्थन करते है । "
SAD अध्यक्ष बादल ने मुख्य सचिव विन्नी महाजन की निंदा करते हुए ट्वीट कर निजी संस्थानों के मार्केटिंग डायरेक्टर की भूमिका पर नाराजगी जताई कि लोगों को खुद दो निजी संस्थानों में निर्धारित दरों पर टीका लगवाना चाहिए ।
उन्होंने मांग की कि कांग्रेस सरकार इस भेदभाव को तुरंत बंद करे, अगर वैक्सीन वितरण का यह निगमीकरण बंद नहीं किया गया तो शिरोमणि अकाली दल न्याय के लिए अदालतों का रुख करने को मजबूर हो जाएगा ।
उन्होंने यह भी घोषणा की कि एक बार शिरोमणि अकाली दल के नेतृत्व वाली सरकार बनने के बाद यह पूरे मुद्दे की जांच करेगी और उन लोगों को अनुकरणीय सजा सुनिश्चित करेगी जिन्होंने गरीबों और वंचितों की भलाई को खतरे में डाल दिया था ।
बादल ने कहा कि राज्य में 400 रुपये की लागत से एक कोवाक्सिन की खुराक 1060 रुपये में निजी संस्थानों को बेची जा रही है इसके बाद वही वैक्सीन निजी अस्पताल 1560 रुपए में खुराक बेच रहे थे।
"यह एक एकल खुराक के लिए 6 हज़ार से 9 हज़ार रुपये प्रति परिवार की लागत है। "
उन्होंने कहा कि अकेले मोहाली में 35 हज़ार डोज निजी संस्थानों को बेचे गए, जिससे एक ही दिन में करीब 2 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ। टीकों की बिक्री से लाभ कमाने के लिए कांग्रेस सरकार को अनैतिक बताते हुए SAD अध्यक्ष ने कहा कि आर्थिक मंदी के दौर में सरकार लोगों को 1,560 रुपये प्रति खुराक की दर से खांसी करने के लिए मजबूर कर रही है ।