मुंबई, 04 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। कांग्रेस ने शनिवार को केंद्र सरकार से सवाल किया कि आखिर रूस ने भारत की आपत्तियों को दरकिनार कर पाकिस्तान को लड़ाकू विमानों के लिए RD-93MA इंजन देने का फैसला क्यों किया। यह इंजन चीन में बने JF-17 लड़ाकू विमानों में लगाया जाएगा, जिनका इस्तेमाल पाकिस्तानी वायुसेना करती है। कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘पर्सनल डिप्लोमैसी’ की नाकामी है, जहां राष्ट्रीय हितों की बजाय अपनी छवि और ग्लोबल शो को प्राथमिकता दी जाती है।
जयराम रमेश ने कहा कि भारत का दशकों पुराना भरोसेमंद सहयोगी रूस अब पाकिस्तान को सैन्य मदद दे रहा है। उन्होंने तंज कसते हुए सवाल उठाया कि मोदी सरकार को बताना चाहिए कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है कि हमारा पारंपरिक सहयोगी अब पाकिस्तान के साथ खड़ा नजर आ रहा है। रमेश ने यह भी दावा किया कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर के हस्तक्षेप के बावजूद जून में यह डील नहीं रुकी और रूस ने पाकिस्तान को इंजन सप्लाई करने का निर्णय कायम रखा।
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कई सालों तक अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बैठकों और कार्यक्रमों में अपनी छवि बनाने की कोशिश की, लेकिन पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर अलग-थलग करने में भारत नाकाम रहा। इसके उलट, पाकिस्तान को अमेरिका और रूस दोनों का समर्थन मिला है, जबकि चीन ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान खुलकर उसका साथ दिया।
पाकिस्तान के JF-17 लड़ाकू विमान चीन में डिजाइन किए गए हैं, लेकिन इनमें रूस निर्मित RD-93MA इंजन का इस्तेमाल होता है। यही सौदा भारत और रूस के संबंधों पर सवाल खड़ा कर रहा है। इसी बीच खबरें हैं कि भारत रूस से और S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम खरीद सकता है। इससे पहले पांच सिस्टम की डील हुई थी, जिनमें से तीन भारत को मिल चुके हैं। अब संभावना है कि दिसंबर में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे के दौरान नई डील पर चर्चा हो।
भारत ने अक्टूबर 2018 में रूस के साथ करीब 5 अरब डॉलर की लागत से S-400 सिस्टम का समझौता किया था। इस सौदे को लेकर उस समय अमेरिका ने चेतावनी दी थी कि यदि भारत इस डील को आगे बढ़ाता है तो उस पर CAATSA कानून के तहत पाबंदियां लग सकती हैं। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान यही S-400 सिस्टम पाकिस्तान की ओर से किए गए मिसाइल और ड्रोन हमलों को हवा में ही नाकाम करने में अहम साबित हुआ था।