मुंबई, 30 मार्च, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। गुजरात, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में गुरुवार को हिंसा, पथराव और आगजनी की घटनाएं हुई। गुजरात के वडोदरा में कुंभारवाडा इलाके में कुछ लोगों ने रामनवमी पर निकाली जा रही शोभायात्रा पर पथराव किया। हालांकि, मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को काबू में कर लिया है। इससे पहले फतेहपुरा इलाके में भी शोभायात्रा पर पथराव हुआ था। दंगाइयों ने सड़क पर खड़े वाहनों में भी तोड़फोड़ की। घटना के बाद इलाके की दुकानें बंद कर दी गई थीं। साथ ही हावड़ा में शोभायात्रा के दौरान कुछ लोगों ने कई गाड़ियों में आग लगा दी। हालात तनावपूर्ण हैं, ऐसे में यहां भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। उन्होंने इलाके में फ्लैग मार्च किया। वहीं, महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर ( पुराना नाम औरंगाबाद) के किराडपुरा इलाके में बुधवार रात दो गुटों के बीच झड़प हो गई। लोगों ने एक दूसरे पर पथराव किया और कई वाहनों में आग लगा दी। मौके पर पहुंची पुलिस पर भी लोगों ने पथराव किया। हमले में 2 पुलिसकर्मियों समेत पांच से छह लोग घायल हो गए।
वहीं, स्थानीय लोगों के मुताबिक, भीड़ काबू से बाहर होते देख पुलिस ने दो-तीन बार हवा में फायरिंग की। पुलिस ने आजाद चौक से सिटी चौक तक सभी रास्तों को जाम कर दिया। लोगों ने बताया कि ज्यादातर नागरिकों के घरों पर पथराव किया गया। नागरिक वहां मौजूद लोगों से अपने घरों से बाहर निकलने की अपील कर रहे थे। सुबह साढ़े तीन बजे से भीड़ को काबू में करने की कोशिशें शुरू हुईं।
संभाजीनगर के सांसद इम्तियाज जलील ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यहां झड़प शराबियों के दो गुटों में हुई। इन्होंने ही पत्थरबाजी की। राम मंदिर को कोई नुकसान नहीं हुआ। मंदिर में कोई नहीं गया। इसलिए नागरिकों को अफवाहों पर विश्वास नहीं करना चाहिए। साथ ही संभाजीनगर में भीड़ को काबू करने के लिए कुछ धर्मगुरुओं को बुलाया गया। लेकिन भीड़ उनकी बात मानने को तैयार नहीं थी। कुछ ही देर में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों समेत भारी फोर्स मौके पर पहुंच गई। दंगाइयों ने उन पर भी पथराव किया और कार के शीशे तोड़ दिए। पुलिस ने लाठी चार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया। आंसू गैस के गोले भी छोड़े। दंगाइयों ने दमकल विभाग के वाहनों पर पानी भी फेंका।