चेन्नई, 4 दिसंबर (न्यूज़ हेल्पलाइन) तमिलनाडु सरकार ने शुक्रवार को महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के 2674.64 करोड़ रुपए का क़र्ज़ माफ़ कर दिया। राज्य के वित्त मंत्री पलानीवेल थियागा राजन ने क़र्ज़ माफ़ी की घोषणा की। सरकार के आदेश में कहा गया है कि इस साल 31 मार्च तक महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के लिए बकाया मूलधन बकाया राशि, ब्याज और अन्य खर्चों पर जुर्माना को छोड़कर 2,459.57 करोड़ रुपये और मूल राशि के लिए ब्याज 215.07 करोड़ रुपये था। मूल राशि और ब्याज राशि दोनों को मिलाकर 2,674.64 करोड़ रुपये माफ कर दिए जाएँगे। सहकारी समितियों को ऋण राशि चुकाने के उद्देश्य से सरकार ने चालू वित्त वर्ष के लिए 600 करोड़ रुपये आवंटित किए और शेष राशि का भुगतान चार साल में ब्याज सहित किया जाएगा।
राज्य के वित्त मंत्री पलानीवेल थियागा राजन द्वारा की गई घोषणा के बाद, तमिलनाडु ने सहकारी समितियों से महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) द्वारा प्राप्त 2,674.64 करोड़ रुपये की ऋण माफी की राशि जारी की।
13 अगस्त को राज्य के बजट के दौरान वित्त मंत्री द्वारा ऋण माफी की घोषणा की गई थी। घोषणा के आधार पर, सरकार ने विस्तृत दिशानिर्देश तैयार किए जिसमें यह उल्लेख किया गया था कि आधार कार्ड और अन्य केवाईसी दस्तावेजों का विवरण प्रदान करने वाले एसएचजी ही पात्र होंगे। कर्जमाफी के लिए; इसके अलावा, पात्र एसएचजी के लिए सहकारी समितियों को इस वर्ष 1 अप्रैल से ऋण के लिए ब्याज जमा नहीं करने का निर्देश दिया गया था।