चेन्नई, 8 नवंबर (न्यूज़ हेल्पलाइन) मानसून तो चला गया लेकिन बेमौसम बारिश का क़हर थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले पखवाड़े तमिलनाडु में बांध खोलने तक की नौबत आ गई थी और अब एक बार फिर बदलते मौसम का रुख़ बता रहा है की 10 और 11 नवंबर को तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने के लिए मछुआरों को 9 नवंबर तक समुद्र से वापसी की सलाह जारी करते हुए चेतावनी दीं है।
इसके अलावा, अगले पांच दिनों के दौरान केरल, दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में व्यापक हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।
मिलीं जानकारी के अनुसार बहुत भारी बारिश से सड़कों और निचले इलाकों में पानी भर सकता है और कुछ जलग्रहण क्षेत्रों में नदी में बाढ़ आ सकती है वहीं कुछ क्षेत्रों में स्थानीय भूस्खलन, 'कच्ची' सड़कों, कमजोर संरचनाओं और बागवानी और खड़ी फसलों को मामूली नुकसान की भी संभावना है।
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि पिछले 24 घंटों में चेन्नई में भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज होने के बाद दिन के दौरान बारिश की तीव्रता थोड़ी कम रहने की संभावना है। आने वाले दिनों के बारे में बोलते हुए महापात्र ने कहा, “9 नवंबर को दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनेगा। यह 11 नवंबर की सुबह उत्तर-पश्चिम की ओर एक दबाव के रूप में बनेगा और तमिलनाडु के उत्तरी तट पर केंद्रीकृत हो जाएगा।
इसलिए, 10 और 11 नवंबर को तमिलनाडु और उससे सटे दक्षिण आंध्र प्रदेश में भारी से बहुत भारी वर्षा होगी। साथ ही बताया जा रहा है की 12 नवंबर को यह कम हो जाएगा जब यह कम दबाव का क्षेत्र पश्चिम की ओर जाएगा। मछुआरों को नौ नवंबर तक लौटने की सलाह दी गई है ताकि कोई हताहत ना हो।
इस बीच तमिलनाड़ु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने चेन्नई के रोयापुरम और बंदरगाह क्षेत्रों में बारिश प्रभावित नागरिकों को राहत सामग्री और भोजन वितरित किया।