अगरतला (त्रिपुरा), 4 दिसंबर (न्यूज़ हेल्पलाइन) जवानों के बीच आपसी विवादों और छुट्टी न मिलने पर अधिकारियों पर गोली चलाने की घटनाओं के श्रृंखला में आज पूर्वोतर राज्य त्रिपुरा से एक घटना सामने आई है। इस घटना ने जवान द्वारा दिए गए छुट्टी के आवेदन स्वीकार नहीं करने से उसने अपने 2 अधिकारियों को गोली मारकर हत्या कर दी। मारने वाले जवान का नाम सुकांत दास (38) और मरने वाले अधिकारियों का नाम सूबेदार मरका सिंह जमातिया और नायक सूबेदार किरण कुमार जमातिया है।
घटना के संदर्भ में त्रिपुरा पुलिस विभाग ने बताया कि भ्रातृहत्या के एक ताजा मामले में, त्रिपुरा के सेपजला जिले के मधुपुर, कोनाबन में स्थित ओएनजीसी-जीसीएस में आज सुबह उनके एक सहयोगी के एक साथी द्वारा गोलीबारी में मारे जाने के बाद 2 त्रिपुरा स्टेट राइफल के जवानों की मौत हो गई। सभी जवान टीएसआर की 5वीं बटालियन के थे। घटना के बाद आरोपी जवान ने हथियार व गोला बारूद के साथ थाने के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने शोक संतप्त परिवारों को 5-5 लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा की है।
घटना के संदर्भ में बताया जा रहा है कि त्रिपुरा स्टेट राइफल्स (टीएसआर) के एक जवान ने शनिवार सुबह राज्य के सिपाहीजाला जिले के कोनाबन इलाके में आतंकवाद रोधी बल के एक शिविर में अपने दो वरिष्ठ सहयोगियों की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना सुबह करीब साढ़े नौ बजे मधुपुर थाना क्षेत्र के कोनाबन इलाके में 5वीं टीएसआर बटालियन के कैंप में हुई।
पुलिस ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि जवान ने ड्यूटी से छुट्टी न मिलने के कारण हताशा और क्रोध में यह कृत्य किया।वह अपने बीमार माता-पिता से मिलने के लिए छुट्टी का आवेदन दिया था। उनकी पत्नी त्रिपुरा पुलिस में कांस्टेबल हैं। त्रिपुरा पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आरोपी जवान, जो कि 2002 से सेवा में था ने अपने सहयोगियों की हत्या करने के बाद स्थानीय पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण कर दिया। राइफलमैन सुकांत दास (38) ने सूबेदार मरका सिंह जमातिया और नायक सूबेदार किरण कुमार जमातिया को उस समय मार गिराया जब वे शिविर में ड्यूटी पर थे।
जवानों की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने ट्वीट किया, “त्रिपुरा स्टेट राइफल्स के हमारे बहादुर जवानों, सूबेदार मरका सिंह जमातिया और नायब सूबेदार किरण जमातिया को मेरी श्रद्धांजलि, जिनकी आज ड्यूटी के दौरान मृत्यु हो गई। शोक संतप्त परिवार के प्रति मेरी संवेदना।"
ज्ञात हो कि त्रिपुरा सरकार ने प्रत्येक शोक संतप्त परिवारों को 5 लाख रुपए देने का फैसला किया है। उन्हें डाई-इन-हार्नेस योजना के तहत भी लाभ मिलेगा।