ताजा खबर
मिलिए ईशा अरोड़ा से: ऑनलाइन ध्यान खींचने वाली सहारनपुर की पोलिंग एजेंट   ||    आज का इतिहास: 16 अप्रैल को हुआ था चार्ली चैपलिन का जन्म, जानें अन्य बातें   ||    एक मंदिर जो दिन में दो बार हो जाता है गायब, मान्यता- दर्शन मात्र से मिलता मोक्ष   ||    फैक्ट चेक: कानपुर में हुई युवक की पिटाई का वीडियो 'ब्राह्मण पर पुलिसिया अत्याचार' के गलत दावे के साथ...   ||    वानखेड़े स्टेडियम में प्रदर्शन के बाद धोनी ने युवा प्रशंसक को मैच बॉल गिफ्ट की   ||    फैक्ट चेक: मंदिर से पानी पीने के लिए नहीं, फोन चोरी के शक में की गई थी इस दलित बच्ची की पिटाई   ||    Navratri 2024: नवरात्रि के 7वें दिन करें सात उपाय, नौकरी और कारोबार में मिलेगी सफलता   ||    यूपीएससी रियलिटी चेक: उत्पादकता, घंटे नहीं, सबसे ज्यादा मायने रखती है; आईएएस अधिकारी का कहना है   ||    Breaking News: Salman Khan के घर के बाहर हुई फायरिंग, बाइक सवार 2 हमलावरों ने चलाई गोली, जांच में जु...   ||    चुनाव प्रचार के दौरान राहुल ने लिया ब्रेक, अचानक मिठाई की दुकान पर पहुंचे, गुलाब जामुन का उठाया लुत्...   ||   

बंगाल में बेकाबू कोरोना, राज्य सरकार ने रद्द की स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्टियां

Photo Source :

Posted On:Wednesday, April 21, 2021

कोलकाता, 21 अप्रैल । पूरे देश के साथ पश्चिम बंगाल में भी कोविड-19 महामारी बेकाबू रफ्तार से बढ़ रही है। यहां पॉजिटिव होने की दर 25 फ़ीसदी से ज्यादा है जो पूरे देश की तुलना में सबसे अधिक है। हालात को भांपते हुए हुए राज्य सरकार ने भी निवारक कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। राज्य स्वास्थ्य विभाग ने सभी स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्टियां रद्द करने की घोषणा की है। इसमें अस्पताल में काम करने वाले सफाई कर्मी से लेकर नर्स, अटेंडेंट, चिकित्सक, लैब असिस्टेंट और अन्य कर्मचारी शामिल हैं। स्वास्थ्य कर्मियों को रविवार को छुट्टी वाले दिन भी ड्यूटी पर हाजिर होना होगा। 
 
मंगलवार रात जारी हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक पश्चिम बंगाल में 24 घंटे के दौरान पॉजिटिव होने वाले लोगों की संख्या करीब 10,000 है जो चिंता की बात है। महज 40 हजार के करीब सैंपल जांचे जा रहे हैं जिनमें से 10 हजार लोगों के पॉजिटिव होने के मायने हैं हर 100 में से 25 लोगों का इस महामारी की चपेट में आना। यह डराने वाले हालात हैं क्योंकि 25 लोगों से 100 में महामारी के फैलने में वक्त नहीं लगेगा। चिंताजनक हालात ऐसे हैं कि राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में बेड फुल हैं। बाहर पॉलिथीन बिछाकर मरीजों का इलाज करना पड़ रहा है। प्राइवेट अस्पतालों की भी एक ही हालत है। सबसे बुरी दशा उन कोविड मरीजों की है जिनका ऑक्सीजन लेवल कम है और राज्य के किसी भी अस्पताल में आईसीयू बेड की उपलब्धता नहीं है।
 
इस बीच चुनाव प्रचार और भीड़ के कारण महामारी लगातार बढ़ती ही जा रही है लेकिन राजनीतिक नेताओं के कार्यक्रमों पर कोई लगाम नहीं है। दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी खुद को घोषित करने वाली भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, जेपी नड्डा समेत अन्य नेताओं की मैराथन रैलियों को लेकर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं। इसके अलावा चुनाव आयोग भी प्रचार बंद करने का कड़ा निर्णय लेने की हिम्मत नहीं कर पा रहा है जिसकी वजह से लोगों की जान और अधिक खतरे में धकेली जा रही है। ऐसे में एक बार फिर कोविड-19 के घातक वार के सामने ढाल की तरह खड़े होकर पहली पंक्ति से जंग लड़ने वाले स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्टियां रद्द करना इस बात का संकेत है कि महामारी कितनी बेकाबू हो चुकी है। 


बनारस और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. banarasvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.