सिद्धार्थनगर, 28 मई|
उत्तर प्रदेश सरकार में बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी एक के बाद एक विवादों में फंसते जा रहे है भाई की नौकरी के बाद अब एक नए विवाद में फंसते नजर आ रहे हैं. उन पर अब एक महंगी जमीन को बेहद कम दाम में खरीदने का आरोप लगा है आरोप हैं कि मंत्री ने सवा करोड़ की जमीन महज 20 लाख रुपए में खरीद ली. ये जमीन उन्होंने अपने और अपनी मां के नाम पर खरीदी है. हालांकि, मंत्री का कहना है कि उन्होंने कोई गड़बड़ी नहीं की है और हर जांच के लिए तैयार हैं.
दरअसल, सपा नेता और विधान परिषद के सदस्य सुनील कुमार यादव ने ट्विटर पर चार रजिस्ट्री की तस्वीर शेयर की हैं. उनका दावा है कि ये जमीन की रजिस्ट्री सतीश द्विवेदी और उनकी मां के नाम पर है. उनका आरोप है कि जमीन मार्केट रेट से कम दाम पर खरीदी गई है.
सुनील कुमार यादव ने आरोप लगाया है कि सतीश द्विवेदी ने अपने और अपनी मां के नाम पर महंगी जमीनों को कम कीमत पर खरीदा, और जमीन मार्केट रेट से कम दाम पर खरीदी गई है,उनका आरोप है कि एक जमीन की कीमत 65.45 लाख रुपए थी, जिसे 12 लाख रुपए में खरीदा गया है. वहीं, एक जमीन की मार्केट वैल्यू 1.26 करोड़ रुपए थी जिसे महज 20 लाख रुपए में खरीद लिया गया.
उन्होंने ट्वीट कर लिखा, "गरीब का हक मार कर EWS कोटे के तहत अपने भाई की फर्जी नियुक्ति कराने वाले सीएम योगी आदित्यनाथ जी के ईमानदार बेसिक शिक्षा मंत्री जी, करोड़ों की जमीन 20 लाख में बैनामा कराने का भी हुनर रखते हैं. अब समझ में आ रहा है कि भाई ने इस्तीफा क्यों दिया! योगीजी आपके मंत्री कब इस्तीफा देंगे?"
इसके बाद आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने भी ट्वीट कर सतीश द्विवेदी को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने लिखा, "क्या आपको 1 करोड़ 26 लाख 29 हजार की जमीन 20 लाख में चाहिए? तो आदित्यनाथ जी की सरकार में मंत्री बन जाइए."
सतीश द्विवेदी अब तक छोटे भाई अरुण द्विवेदी को EWS कोटे से असिस्टेंट प्रोफेसर बनाए जाने पर विवादों में घिरे हुए थे भाई अरुण द्विवेदी EWS कोटे के तहत नियुक्त हुई थी सतीश द्विवेदी के भाई अरुण द्विवेदी की सिद्धार्थ विश्वविद्यालय, कपिलवस्तु में असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर हुई नियुक्ति सोशल मीडिया पर चर्चा बन गई,उनका चयन EWS (आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य अभ्यर्थी) कोटे में मनोविज्ञान विभाग में हुआ था बुधवार को ही उनके भाई अरुण ने असिस्टेंट प्रोफेसर के पद से इस्तीफा दिया है.