दुनियाभर में एक बार फिर धरती कांपी है। इस बार झटका आया ग्रीस के क्रीट द्वीप में, जहां मंगलवार सुबह रिक्टर स्केल पर 6.3 तीव्रता वाला शक्तिशाली भूकंप दर्ज किया गया। इसकी गूंज इतनी तेज़ थी कि मिस्र से लेकर इजरायल तक धरती हिलती महसूस की गई। भूकंप का यह झटका लोगों के लिए किसी भयानक सपने से कम नहीं था, खासकर उन इलाकों में जहां पहले से ही भूकंप का डर बना हुआ है।
सुबह-सुबह हिली धरती, दहशत में लोग
स्थानीय समयानुसार, यह भूकंप मंगलवार सुबह आया। धरती में अचानक आई कंपन से लोग नींद से चौंक कर उठ गए और अपने घरों से बाहर की ओर दौड़ पड़े। कई इलाकों में घरों की दीवारें हिलती नजर आईं और खिड़कियों के शीशे खड़कने लगे। हालाँकि अभी तक किसी बड़े नुकसान या जानमाल के हानि की सूचना नहीं मिली है, लेकिन लोगों में डर और बेचैनी का माहौल बना हुआ है।
भूकंप की गहराई और केंद्र
इस भूकंप को लेकर जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (GFZ) ने जानकारी दी है कि इसका केंद्र पूर्वी भूमध्य सागर में था। यह झटका करीब 83 किलोमीटर गहराई में दर्ज किया गया और इसकी भूकंपीय गतिविधि 14 किलोमीटर की गहराई तक फैली हुई थी। इस कारण इसका असर आसपास के क्षेत्रों जैसे मिस्र, इजरायल, तुर्की और साइप्रस तक महसूस किया गया।
कोई नुकसान नहीं, पर अलर्ट ज़रूरी
हालांकि भूकंप की तीव्रता काफी ज्यादा थी, लेकिन किसी भी प्रकार की हानि की पुष्टि अब तक नहीं हुई है। स्थानीय प्रशासन ने तत्काल रेस्क्यू टीमें भेज दी हैं जो प्रभावित क्षेत्रों में हालात का जायजा ले रही हैं। इसके साथ ही लोगों से सावधानी बरतने की अपील की गई है। प्रशासन ने बताया कि अभी के लिए किसी भी प्रकार की सुनामी की आशंका नहीं है, लेकिन अलर्ट मोड पर निगरानी जारी है।
भूकंप की कड़ी में एक और झटका: मैक्सिको भी कांपा
ग्रीस के भूकंप से ठीक पहले मैक्सिको में भी धरती कांपी। वहां रिक्टर स्केल पर 5.5 तीव्रता वाला भूकंप दर्ज किया गया। हालांकि वहां भी कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन स्थानीय लोगों में डर का माहौल देखा गया। प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।
बढ़ रहा है भूकंप का डर: म्यांमार और पाकिस्तान में भी झटके
हाल के हफ्तों में दक्षिण एशिया और अन्य हिस्सों में भी कई बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। पाकिस्तान के कई हिस्सों में तो लगातार कई दिनों तक हल्के-फुल्के झटके महसूस किए गए हैं। वहीं म्यांमार में आया भूकंप अब भी लोगों के दिलों में खौफ बनकर बैठा है। इस वजह से अब जब भी धरती हिलती है, लोग पहले से ज्यादा घबराए हुए नजर आते हैं।
वैज्ञानिकों की चेतावनी: एक्टिव सिस्मिक ज़ोन में हैं कई इलाके
भूकंप वैज्ञानिकों के अनुसार, क्रीट द्वीप और पूर्वी भूमध्यसागर का क्षेत्र टेक्टोनिक प्लेटों के इंटरसेक्शन पर स्थित है, जो इसे एक्टिव सिस्मिक ज़ोन बनाता है। इसका मतलब है कि इस क्षेत्र में भूकंपीय गतिविधियों की आशंका हमेशा बनी रहती है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में आफ्टरशॉक्स यानी छोटे-छोटे झटके आ सकते हैं।
क्या करें जब आए भूकंप?
भूकंप के दौरान सबसे जरूरी होता है धैर्य और सही जानकारी। यहां कुछ अहम सुझाव दिए जा रहे हैं:
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किसी मजबूत मेज या टेबल के नीचे छुपें।
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दीवारों, खिड़कियों और भारी चीजों से दूर रहें।
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लिफ्ट का इस्तेमाल बिल्कुल न करें।
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खुली जगह पर निकलना सुरक्षित होता है, लेकिन पहले कंपन बंद होने का इंतजार करें।
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रेडियो, टीवी या मोबाइल के जरिए आधिकारिक सूचना प्राप्त करते रहें।
निष्कर्ष: धरती फिर से दे रही है चेतावनी
ग्रीस, मैक्सिको, पाकिस्तान और म्यांमार में आए हालिया भूकंप ये साफ संकेत देते हैं कि धरती फिर से चेतावनी दे रही है। हमें सतर्क रहना होगा, तैयार रहना होगा और प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए सुनियोजित उपाय करने होंगे। अच्छी बात यह है कि फिलहाल इन भूकंपों में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन यह निश्चित रूप से एक अलर्ट सिग्नल है – कि हम प्रकृति की ताकत को नजरअंदाज नहीं कर सकते।
हम उम्मीद करते हैं कि स्थानीय प्रशासन, वैज्ञानिक और आम नागरिक मिलकर ऐसे संकट से निपटने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। धरती हिलती रहेगी, लेकिन हमारी तैयारी उसे मात दे सकती है।