वाराणसी। उत्तरप्रदेश के घोसी से बसपा के सांसद अतुल राय के प्रकरण में तत्कालीन निलंबित क्षेत्राधिकारी अमरेश सिंह बघेल को न्यायिक मजिस्ट्रेट की न्यायालय ने 14 दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया गया। दरअसल भेलूपुर में तत्कालीन क्षेत्राधिकारी रहे अमरेश सिंह को घोषी से सांसद अतुल राय के दुष्कर्म के मामले को लेकर जांच सौपी गयी थी। जांच के बाद तत्कालीन सीओ की ओर से सांसद को क्लीन चिट दे दी थी।
बाराबंकी से हुई गिरफ्तारी:-
सांसद अतुल राय को दुष्कर्म के मामले में निलंबित डिप्टी एसपी अमरेश सिंह बघेल की लोकेशन बीते बुधवार की देर रात सर्विलांस की मदद से बाराबंकी जिले में हैदरगढ़ स्थित बारा टोल प्लाजा के समीप मिली। इसके बाद घेरेबंदी कर उन्हें पकड़ लिया गया और वाराणसी लाया गया। एडीसीपी वरुणा जोन के नेतृत्व में गठित टीम ने बघेल को गिरफ्तार किया। पूछताछ पूरी होने के बाद इस संबंध में जानकारी सार्वजनिक की जाएगी। मामले की जाच दो सदस्यीय एसआईटी कर रही है।
क्या था पूरा मामला:-
याद होगा, मूल रूप से बलिया जिले की रहने वाली मृत पुनती वाराणसी में यूपी कॉलेज की छात्रा थी। 1 मई 2019 को युवती ने वाराणसी के लंका थाने में अतुल राय के खिलाफ दुष्कर्म सहित अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज कराया था। 22 जून 2019 को अतुल राय ने वाराणसी की अदालत में समर्पण कर दिया था। इसी प्रकरण में अतुल राय के पिता भरत सिंह की शिकायत के आधार पर तत्कालीन भेलूपुर सीओ रहे अमरेश सिंह बघेल ने जांच की थी। अमरेश ने अतुल को क्लीन चिट देकर दुष्कर्म के केस की फिर से विवेचना की संस्तुति की थी। इस प्रकरण में प्रदेश सरकार ने अमरेश को 30 दिसंबर 2020 को निलंबित करके उनके खिलाफ प्रयागराज के आईजी रेंज को विभागीय जांच सौंपी थी। पुलिस के अनुसार निलंबित होने के बावजूद अमरेश ने प्रयोगराज स्थित एमपी-एमएलए कोर्ट में अतुल राय के पक्ष में हाल ही में गवाही दी अफसरों के निर्देश पर वाराणसी की क्राइम ब्रांच को अमरेश की धरपकड़ का जिम्मा सौंपा गया।
पीड़िता और गवाह दोनों की हो चुकी है मौत:-
दुष्कर्म पीड़िता और उसके गवाह ने बीते 16 अगस्त को दिल्ली में फेसबुक लाइव कर खुद पर पेट्रोल उड़ेल कर आग लगा लिया था। दोनों का आरोप था कि वाराणसी के तत्कालीन एसएसपी अमित पाठक, पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर, निलंबित डिप्टी एसपी अमरेश सिंह बघेल, दरोगा संजय राय व उसके बेटे और कुछ जजों की अतुल राय से मिलीभगत के कारण उन्हें न्याय मिल पाना संभव नहीं प्रतीत हो रहा है। उल्टे उन्हें ही प्रताड़ित किया जा रहा है। न्याय न मिलने की आस में दोनों जान दे रहे हैं। आत्मदाह के बाद उपचार के दौरान 21 अगस्त को सत्यम प्रकाश की मौत हो गई थी। वहीं, पीड़िता की 24 अगस्त को मौत हो गई थी।
इस घटना के बाद प्रदेश सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते आत्महत्या के लिये उकसाने समेत तमाम धाराओं में पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर को गिरफ्तार किया था जिसके बाद जांच रिपोर्ट के आधार पर ही संलिप्तता पाए जाने को लेकर तत्कालीन सीओ को भी निलंबित किया था जिसे बीते कल देर रात बाराबंकी के हैदरगढ़ से क्राइम ब्रांच ने हिरासत में लेकर पूछताछ के बाद लंका थाना में आत्महत्या समेत आईपीसी की तमाम धाराओं में मुकदमा दर्ज कर न्यायालय में पेश किया गया था।