23 अक्टूबर लखनऊ में प्रदेश के मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जो भगवान राम का द्रोही है वह कभी भी विश्वकर्मा समाज का हितैषी नहीं हो सकता। भगवान विश्वकर्मा के वंशज नल-नील ने भगवान राम को समुद्र पार करने के लिये पानी में पत्थर तैराकर पुल बनाया था जिसे रामसेतु के नाम से जाना जाता है। वह रामसेतु वर्तमान में ऐतिहासिक धरोहर होने के साथ ही विश्वकर्मा समाज के लिये भी गौरवशाली है। परन्तु देश में सर्वाधिक शासन करने वाली कांग्रेस पार्टी ने रामसेतु को तोड़ने की योजना बनाई और भगवान राम व रामसेतु को काल्पनिक कहा।
"सपा बसपा पहुँचाते हैं हिन्दू भावनाओं को ठेस':-
कांग्रेस पार्टी के इस कथन से न सिर्फ भगवान राम का अपमान हुआ बल्कि रामसेतु बनाने वाले विश्वकर्मा पुत्र नल-नील और उनके वंशजों का अपमान हुआ। जो पार्टी भगवान राम के अस्तित्व को नकार सकती है उससे भगवान विश्वकर्मा और उनके वंशजों के सम्मान की कल्पना नहीं की जा सकती। उन्होंने सपा और बसपा को भी आड़े हाथों लिया। कहा कि सभी हिन्दू भावनाओं को ठेस पहुंचाने में सम्मिलित रहे हैं। मुख्यमन्त्री भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा द्वारा लोहिया पंचायत भवन, पुरनिया में आयोजित विश्वकर्मा वंशीय समाज के सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे।
विश्वकर्मा समाज के लोग बन रहे हैं जनप्रतिनिधि:-
मुख्यमन्त्री ने कहा कि विश्वकर्मा समाज को राजनीति में कोई सम्मान नहीं मिलता था। किन्तु भारतीय जनता पार्टी ने संगठन से लेकर सरकार तक विश्वकर्मा समाज के काफी लोगों को समायोजित कर सम्मान बढ़ाया। पिछड़ा वर्ग आयोग सहित संसद में भी भाजपा प्रतिनिधित्व दे रही है। विश्वकर्मा समाज के लोग आज जिला पंचायत सदस्य, ब्लाक प्रमुख, प्रधान, बीडीसी बनकर विकास में भागीदार बन रहे हैं। विश्वकर्मा ने हमेशा रचनात्मक कार्य किया है। आज यदि देश विकास पथ पर अग्रसर है तो उसमें भगवान विश्वकर्मा का पूर्ण आशिर्वाद है।
देश के इंफ्रास्ट्रक्चर में भगवान विश्वकर्मा के वंशजों का है बड़ा योगदान:-
सम्मेलन को सम्बोधित करते हुये योगी जी ने कहा कि देश में जो भी इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा हो रहा है उसमें भगवान विश्वकर्मा के वंशजों का बड़ा योगदान है। सपा, बसपा और कांग्रेस पार्टी ने सिर्फ विश्वकर्मा समाज का वोट लेकर अपना स्वार्थ सिद्ध किया है। कभी भी इस समाज के सामाजिक, शैक्षिक और राजनीतिक स्तर को ऊंचा उठाने और उनके अधिकार की बात नहीं की। मुख्यमन्त्री ने कहा कि सिर्फ भाजपा ही एक ऐसी पार्टी है जो पिछड़े वर्गों का सम्मान करती है। नरेन्द्र मोदी की सरकार ने राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देकर पिछड़ी जातियों के अधिकार को मजबूत किया है। कहा कि अब हिन्दुओं के त्योहार पर दंगे नहीं होते वर्ना हिन्दू आस्था पर दिन-प्रतिदिन चोट पहुंचाये जाते थे।
विशिष्ट अतिथि हरियाणा से भाजपा के राज्यसभा सांसद रामचन्द्र जांगड़ा, ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नरेन्द्र कश्यप, वनमन्त्री दारा सिंह चौहान सहित डॉ0 त्रिपुणायक विश्वकर्मा, ओमपाल पांचाल, कृष्ण मुरारी विश्वकर्मा, सोमनाथ विश्वकर्मा आदि लोगों ने सम्मेलन को सम्बोधित किया। वाराणसी से पिछड़ा वर्ग मोर्चा काशी क्षेत्र के उपाध्यक्ष सोमनाथ विश्वकर्मा, शिव शंकर विश्वकर्मा, प्रभात विश्वकर्मा, शशिकांत विश्वकर्मा विश्वकर्मा, उमेश विश्वकर्मा, राजकुमार विश्वकर्मा, अमरनाथ विश्वकर्मा, कैलाश शर्मा आदि मौजूद रहे।