वाराणसी। अपने ड्रीम प्रोजेक्ट से काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के लिए जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र काशी में पधारे थे तो लोकार्पण के दौरान उनकी मुलाकात हुई एक दिव्यांग महिला से। वर्ष 2018 में हुई पिछली मुलाकात के बाद जब प्रधानमंत्री दोबारा इन महिला से मिले तो उनके चरण स्पर्श को खारिज करते हुए स्वयं उनके चरणों को छूकर उन्हें प्रणाम कर दिए। प्रधानमंत्री से यह सम्मान प्राप्त कर दिव्यांग महिला अति प्रसन्न हो उठी और पिछली मुलाकात में प्रधानमंत्री को सौंपे गए काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर में दुकान के आबंटन के आग्रह पर स्वीकृति प्राप्त कर प्रफुल्लित हो उठीं।
हम बात कर रहे हैं वाराणसी के इस खास बेटी शिखा रस्तोगी की, लगभग 40 वर्षीय शिखा रस्तोगी जन्म से ही दिव्यांग है पर अपनी इस दिव्यांगता से वह कभी निराश नहीं हुई और सामान्य मनुष्य के भांति ही अपनी शिक्षा दीक्षा प्राप्त की इसके साथ ही साथ घर गृहस्थी से लेकर घरों की सजावट, इंटीरियर डिजाइन, विभिन्न पकवानों को बनाने की कला के साथ ही साथ नृत्य कला में भी पारंगत है। जीवन में आत्मनिर्भर बनने और कुछ कर गुजरने की जज्बे के साथ वर्ष 2018 में डीरेका में शिखा जी ने मुलाकात करी थी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से और उन्हें श्री काशी विश्वनाथ धाम में एक दुकान आवंटित करने हेतु एक ज्ञापन सौंपा था। अपने ही दूसरी मुलाकात में प्रधानमंत्री ने वर्ष 2018 में दिए हुए आश्वासन को पूर्ण किया और जिला प्रशासन के सहयोग से शेखर रस्तोगी को काशी विश्वनाथ धाम में एक दुकान आवंटित करने के लिए स्वीकृति दी।
प्रधानमंत्री के चरण स्पर्श से चर्चित हुई शिखा रस्तोगी से जब बनारस वोकल्स की टीम ने खास बातचीत की तो उन्होंने इस सुख की अनुभूति कैसे दी और प्रधानमंत्री के इस दिव्यांग प्रेम के प्रति क्या कहा जाने के लिए देखें यह खास वीडियो....