वाराणसी। दिल्ली और कानपुर के बाद महादेव की नगरी काशी में देश का तीसरा सबसे बड़ा इस्कॉन मंदिर बनेगा। भेलुपुर स्थित इस्कॉन केंद्र को नए रूप में संवारने को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। 19 करोड़ रुपये की लागत से दो साल में मन्दिर का निर्माण होगा।
वाराणसी इस्कॉन के चेयरमैन अच्युत मोहन दास ने बताया कि इस्कॉन मन्दिर आने वाले समय मे देशी और विदेशी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा। मंदिर की भव्यता और नक्कासी इसे अन्य मंदिरों से खास बनाएगी। उन्होंने आगे बताया कि इस मंदिर में वैदिक सांस्कृतिक केंद्र की स्थापना भी होगी। इसके साथ ही श्रीमद्भागवत गीता से सम्बंधित कोर्स भी चलाए जाएंगे।
अच्युत मोहन दास ने बताया कि प्रस्तावित श्री राधा गोपाल मंदिर का मॉडल तैयार कर लिया गया है। मंदिर में दो तल होंगे । शिखर की ऊँचाई करीब 125 फीट होगी। 250 से ज्यादा भक्त मन्दिर में खड़े होकर एक साथ राधा गोपाल के दर्शन कर सकेंगे।
क्या होंगी सुविधाएं ?
काशी में बनने वाले इस मंदिर में वैदिक संस्कृति पर आधारित डिजिटल गैलरी बनेगी जो पर्यटकों को काशी के वैदिक संस्कृति से रूबरू कराएगी। इसके साथ ही मन्दिर में सौ लोगों की क्षमता वाला अत्याधुनिक ऑडिटोरियम,सेमिनार हाल,वैदिक शिक्षा आश्रम बनाया जाएगा। मंदिर में इस्कॉन के किसी भी केंद्र से आने वाले भक्तों के रहने के साथ योग और अन्य सुविधाएं होंगी।इस्कॉन के भेलूपुर केंद्र को ही भव्य रूप देकर श्रीश्री राधा गोपाल मंदिर वैदिक इंडिया सांस्कृतिक केंद्र बनाया जाएगा।
शिक्षक पढ़ाएंगे वेद का महत्व :
इस्कॉन के चेयरमैन अच्युत मोहन दास ने बताया कि मंदिर में बनने वाले वैदिक शिक्षा केन्द्र में देश विदेश के योग्य शिक्षकों की नियुक्ति होगी जो छात्रों को वेद की शिक्षा देंगे।