वाराणसी। धर्म एवं अध्यात्म में रची बसी प्राचीन नगरी काशी के अस्सी घाट पर गुरुवार को एक बार फिर से शाम को होने वाले संगीतमय कार्यक्रम घाट - संध्या का आयोजन हुआ।जिसमें बड़ी संख्या में दर्शकों ने हिस्सा लिया और इस सुरमयी शाम का आनंद लिया।
मां गंगा के पावन पुनीत तट अस्सी घाट पर संगीत के कलाकारों द्वारा उम्दा भजन पेश किए गए इस पर श्रोताओं ने तालियां बजाई और मंत्रमुग्ध होने से खुद को नहीं रोक पाये । मौका था कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण लगभग डेढ़ साल से बंद होने के पश्चात फिर से शुरू होने वाले संगीत ,कला एवं आध्यात्म के अप्रतिम समन्वय को खूबसूरती से समेटे हुए कार्यक्रम घाट संध्या का जो आज दिनांक 21 अक्टूबर 2021 दिन गुरुवार से पुनः आरंभ हो रहा है। इस इस मौके पर गायक कलाकारों ने विभिन्न भजन सुनाए जिनमें
सत्यम शिवम सुंदरम, गाइए ...जग्वंदन ,शंकर सुवन भवानी के नंदन,
इत्यादि प्रमुख रहे।
सुबह- ए - बनारस एवं घाट संध्या कार्यक्रम के आयोजन समिति से जुड़े प्रमोद मिश्रा ने bnarsvocals को बताया कि 24 नवंबर 2014 से जिला प्रशासन जिसमें जिलाधिकारी एवं आयुक्त और सुबह ए बनारस से जुड़े हुए लोगों ने मिलकर यह अनुष्ठान शुरू किया था और अपना सहयोग दिया था। जो सुबह ए बनारस के नाम से लगातार चलता आ रहा है , जिसमें मां गंगा की भव्य आरती लोक मंगल के लिए यज्ञ होता है और 3 साल पहले शाम के समय शुरू हुए घाट संध्या के रूप में आध्यात्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम होता है।किंतु दुर्भाग्यवश वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण उपरोक्त कार्यक्रम बीच में अवरुद्ध हो गया था। जिसे आज पुनः शुरू किया जा रहा है, जिससे अध्यात्म प्रेमियों और पर्यटकों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है।
अगर भविष्य में कोई वैश्विक महामारी अथवा किसी भी प्रकार की आपदा भगवान भोलेनाथ की कृपा से मां गंगा की अनुकम्पा से नही होती है तो यह कार्यक्रम सुबह ए बनारस और घाट संध्या भविष्य में अनवरत रूप से चलता रहेगा।
आश्रय सेवा संस्था के सचिव डॉ वीरेंद्र सिंह ने कहा कि सुबह - ए - बनारस और आश्रय सेवा संस्था के संयुक्त तत्वाधान में आज से 3 वर्ष पूर्व सुबह ए बनारस के बाद सायं काल में वाराणसी के जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी के निर्देशन में घाट संध्या का आयोजन शुरू हुआ था। किंतु दुर्भाग्यवश वैश्विक महामारी कोविड 19 (कोरोना वायरस) के प्रकोप के चलते इसे बीच में रोकना पड़ा। जो बीच - बीच में कभी चला तो कभी रुका, किंतु मां गंगा और बाबा भोलेनाथ के आशीर्वाद से हम यह संकल्प करते हैं कि यह भविष्य में अनवरत रूप से चलता रहेगा। सुबह ए बनारस में सबसे पहले आरती , यज्ञ ,संगीत और तत्पश्चात योग का कार्यक्रम होता है। इसका अप्रतिम सौंदर्य और अद्भुत नजारा सुबह सुबह देखा जा सकता है।
आश्रय सेवा संस्था के उपाध्यक्ष दीपक मिश्रा ने कहा की सुबह - ए - बनारस और घाट - संध्या दोनों समय मां गंगा की आरती होती है और संगीत का कार्यक्रम होता है, घाट संध्या का कार्यक्रम रात्रि 8:00 बजे तक चलता है।
इस अवसर पर विशेष रूप से श्री रमेश तिवारी, श्रीमती मंजु मिश्रा ,श्री विनय तिवारी, श्री उदय प्रताप सिंह सुबह ए बनारस के कोषाध्यक्ष श्री सुनील शुक्ला ,श्री जयप्रकाश ,श्री कृष्णमोहन एव विजय प्रकाश मिश्र की गरिमामयी उपस्थिति रही।