वाराणसी। मानसिक रोगियों को सेवा देने वाली संस्था देवा फाउंडेशन के तत्वावधान में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एमओएस) व आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. दयाशंकर मिश्र 'दयालू' ने सोमवार को निःशुल्क मोबाइल मानसिक उपचार वैन का उद्घाटन किया।
वैन को फीता काटकर रवाना करने के पश्चात मीडिया कर्मियो से बातचीत के दौरान आयुष मंत्री ने कहा कि यह एक लंबा सपना था जो अब हकीकत बन रहा है। उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, हमारी लगभग 15 फीसदी आबादी एक या एक से अधिक प्रकार की मनोवैज्ञानिक/व्यवहार संबंधी समस्या से पीड़ित है। यह वास्तव में हमारी आबादी को देखते हुए एक बड़ी संख्या है। सीमित संसाधनों के कारण समस्या बहुत गंभीर है। सबसे बड़ी समस्या यह है कि हमारे अधिकांश लोग ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में रहते हैं और उनके पास चिकित्सा उपचार सुविधाओं तक उचित पहुंच नहीं है। शहरी क्षेत्रों और शहरों की तुलना में आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में उपचार सुविधाएं अच्छी तरह से विकसित नहीं हैं। उन्होंने कहा कि मानसिक रोगों को आज भी शर्म की बात माना जाता है और इसके प्रति जागरूकता सीमित है। यह इस वजह से है कि अधिकांश पीड़ित इलाज के लिए आगे नहीं आते हैं और वे पीड़ित होते रहते हैं और बहुत ही खराब स्थिति में जीवन जीते हैं। पूरी तरह से विकसित और विशेष रूप से डिजाइन की गई वैन में मोबाइल मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएंगी। इस वैन में चिकित्सा पेशेवरों के लिए चार सीटें, तीन परामर्श कक्ष, एक परीक्षा कक्ष, एक शौचालय, एक पेंट्री, एक बार में 6 रोगियों के लिए प्रतीक्षा क्षेत्र, फार्मेसी, पचास चेयर, दो टेंट, स्पीकर, माइक, प्रोजेक्टर, जनरेटर और टेलीविजन हैं। यह पूरी तरह से वातानुकूलित है। यह बस प्रतिदिन 500-600 किमी से अधिक दौड़ सकती है। यह उत्तर प्रदेश राज्य में अपनी तरह की पहली सेवा है। वर्तमान स्थिति में यह बस दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले गरीब और वंचित मानसिक रूप से बीमार रोगियों और विशेष रूप से जिनके पास इलाज के लिए शहरों की यात्रा करने का साधन नहीं है, के लिए बहुत उपयोगी होगी। इलाज के अलावा इस सेवा का मुख्य उद्देश्य मानसिक बीमारियों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और शिक्षा देना है।
देवा फाउंडेशन की डॉ मोहिनी झँवर ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया एवं वरिष्ठ मनोरोग विशेषज्ञ डॉ वेणु गोपाल झँवर ने बस और इसकी कार्य प्रणाली के बारे में जानकारी दी।
उद्घाटन समारोह में मुख्य रूप से निर्मला झँवर, रामजी माहेश्वरी, अनिल झँवर, गौरव राठी, यतीन्द्र कथूरिया, डॉ हेमंत गुप्ता, डॉ मोनिका गुप्ता, मनीष दुज़ारी, गिरिराज कोठारी, कौशल मिश्रा, इंद्रदेश मिश्रा, अरुण पांडेय, सौरभ पाठक आदि उपस्थित थे।सामाजिक संस्था सम्बल की लगभग 200 छात्रा भी मौजूद रही। यह वैन डॉक्टर वेणुगोपाल झवर एवं डॉक्टर मोहिनी झवर के निगरानी में संचालित होगी।