वाराणसी। शहर में आए दिन सड़कों पर भीषण जाम लगा रहता है बेवजह ही गाड़ियां एक दूसरे के पीछे सैकड़ों मीटर के जाम में उलझी रहती हैं। शादियों के सीज़न शुरू होते ही यह जाम का झाम और उलझता जा रहा है। ट्रैफिक की इस व्यवस्था को लेकर पुलिस आयुक्त काफी नाराज होगये और व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को सख्त निर्देश भी जारी किया।
पुलिस आयुक्त ए० सतीश० गणेश ने कहा कि शादी-विवाह के मौसम में ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की ड्यूटी तीन शिफ्ट में सुबह 8 बजे से रात दो बजे तक लगाई जाए। जाम को लेकर लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ हर हाल में कार्रवाई की जाए। शहर में डीसीपी या इससे सीनियर अफसर के आदेश पर ही वाहन चालकों की चेकिंग होगी।
"चेकिंग के बजाय अतिक्रमण पर दें ध्यान"
इंश्योरेंस, पॉल्यूशन या वाहन से जुड़े अन्य कागज़ों की चेकिंग करके पुलिस को समय नहीं बर्बाद करना है। आमजन को जाम रहित यातायात देना हमारी पहली प्राथमिकता है। सीपी ने कहा है कि कमिश्नरेट के सभी थाना प्रभारी यह डेटा दें कि पिछले 6 महीने में कितनी अवैध बस या ऐसे ही अन्य वाहन उनके थाने की पुलिस द्वारा सीज किए गए हैं। सभी थाना प्रभारी अपने-अपने इलाके की सड़कों पर अतिक्रमण पर हर हाल में अंकुश लगाएं।
सस्पेंड हुए ट्रैफिक इंस्पेक्टर कैंट:-
सीपी के निर्देश के बाबजूद निरीक्षक यातायात राजेश कुमार यादव प्रभारी यातायात निरीक्षक सर्किल कैण्ट को पदीय कार्य में लापरवाही बरतने और भारी वाहनों के प्रवेश या डायवर्जन के सम्बन्ध में कोई ठोस प्रयास अपने सर्किल क्षेत्र में नहीं करने से सोमवार की सुबह साढ़े 11 बजे भीषण जाम की स्थिति बन गई। जिसके बाद डीसीपी यातायात और काशी जोन आरएस गौतम ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
आरएस गौतम ने बताया कि निरीक्षक द्वारा अक्टूबर माह में भी भारी वाहनों के नो पार्किंग से सम्बन्धित चालानों की संख्या भी कम पायी गयी। समय-समय पर उच्चाधिकारियों द्वारा दिये गये दिशा-निर्देशों के बावजूद भी अपने पदीय कर्तव्यों के प्रति घोर लापरवाही, उदासीनता एवं स्वेच्छाचारिता बरतने के आरोप में निलम्बित करते हुए जाँच के आदेश निर्गत किए गए हैं।