वाराणसी। अमूल का प्लांट लगाने के लिए शनिवार को कानून विवाद का निपटारा होने के बाद करखियांव एग्रोपार्क की फिलहाल 30 एकड़ जमीन पर यूपीएसआईडीसी में कब्जा शुरू कर दिया। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस प्रशासन के लोग मौजूद रहे। बीच-बीच में ग्रामीणों ने जमीन सीमांकन के दौरान विरोध किया, लेकिन पुलिस प्रशासन के सामने उनकी एक न चली। ऐसे में अब यहां अमूल का प्लांट लगाने का रास्ता साफ होता दिख रहा है।
जिलाधिकारी के निर्देश पर सुबह 9:00 बजे एसडीएम पिंडरा, गिरीश द्विवेदी, सीओ अभिषेक पांडे, तहसीलदार रामनाथ, अमूल के प्रोजेक्ट मैनेजर आलोकमणि मिश्रा, अमित शुक्ला, प्रियंकर मोहंती के अलावा इंस्पेक्टर फूलपुर, सिंधोरा, चोलापुर, बड़ागांव, पीएसी अग्निशामक विभाग के अलावा भारी संख्या में पुलिस बल उपस्थित रही।
क्या है पूरा मामला।
यूपीएसआईडीसी द्वारा अधिग्रहित व अमूल प्लांट के लिए आवंटित जमीन पर कब्जे की प्रक्रिया शुरू हुई। जमीन के सीमांकन की प्रक्रिया शुरू हुई तो विरोध के लिए किसान भी एकत्र हुए। लेकिन पुलिस प्रशासन के सामने उनकी एक न चली और विरोध का नेतृत्व कर रहे भारतीय किसान यूनियन (लोकशक्ति) के जिला अध्यक्ष धनंजय सिंह समेत तीन लोगों को हिरासत में ले लिया गया। फिर भी किसान विरोध पर अड़े रहे जिन्हें पुलिस ने खदेड़ दिया। जेसीबी मशीन से जब कार्य शुरू हुआ तो दोबारा किसान प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। पुलिस को देख फिर किसान वापस लौट गए। सुबह से लेकर शाम तक करखींयाव गांव का अधिग्रहित जमीन के आसपास तनाव की स्थिति बनी रही। पुलिस प्रशासन टेंट लगाकर कब्जा कराने की कार्यवाही में लगा रहा। वही महत्वकांक्षी परियोजना अमूल प्लांट के लिए जमीन के कब्जे की कार्रवाई को लेकर डीएम कौशल राज शर्मा व एसपी ग्रामीण अमित वर्मा हर पल के घटना से अपडेट होते रहे।