वाराणसी, 26 अप्रैल। शास्त्रीय संगीत को आसमान की बुलन्दियों तक पहुंचाने वाले पद्म भूषण पंडित राजन मिश्र के निधन पर सोमवार को भी नगर के प्रबुद्ध नागरिकों ने शोक जताया। तुलसीघाट पर काशी घाट वॉक की ओर से महंत श्री संकटमोचन प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्र के निर्देश पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।
गंगा तट पर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई। कोरोना संक्रमित महंत प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्र ने वर्चुअली कहा कि राजन.साजन मिश्र दोनों ऐसे महान कलाकार है जिनकी जोड़ी राम-लक्ष्मण की तरह पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। खासियत यह रही कि प्रत्येक वर्ष दोनों भाई श्री संकटमोचन मन्दिर में अपनी स्वरांजलि बाबा संकटमोचन के चरणों में अर्पित करते थे।
पंडित राजन जी के अंदर बनारसीपन था जो अंतरराष्ट्रीय मंचो पर भी साफ दिखता था। मेरी संवेदनाएं साजन जी के साथ है। ईश्वर राजन जी को अपने चरणों में स्थान दे।
इस दौरान प्रो. विजयनाथ मिश्र ने कहा कि हम सबकी यादें राजन जी के साथ बचपन से जुड़ी है। उन्होंने परम्पराओं का निर्वहन करते हुए शास्त्रीय संगीत के माध्यम से काशी का झंडा विश्वपटल पर बुलंद किया।
इस दौरान लोगों ने गंगा में दीपदान भी किया। श्रद्धांजलि कार्यक्रम में मनीष खत्री, हरीश वालिया, बद्री नारायण, कविता गोंड, अभिषेक गुप्ता सहित दर्जनों लोग शामिल रहे।