वाराणसी, 3 जुलाई 2021 | सुगम यातायात के लिए वैकल्पिक मार्ग के रूप में विकसित हो रहे ई-रिक्शा कॉरिडोर की डिजाइन में बदलाव किया गया है। दो जगहों पर रैंप में बदलाव के साथ ही नक्खीघाट पर बनने वाला रैंप 10 पिलरों पर खड़ा किया जाएगा। पहले यहां फाउंडेशन पिलर प्रस्तावित था, लेकिन अब पायलिंग पिलर के सहारे पूरी रैप तैयार होगी। शास्त्रीघाट से शुरू होकर पुराना पुल तक बन रहे ई-रिक्शा कॉरिडोर वरुणापार की कनेक्टिविटी खिड़किया घाट तक करने की योजना है। पहले चरण के बाद दूसरे चरण के काम की शुरुआत नक्खीघाट से हो गई है। इसके अलावा वरुणा पुल और पुराना पुल पर रैंप बनाया जाएगा। वीसी ईशा दुहन ने बताया कि बारिश से काम पर थोड़ा प्रभाव पड़ा है। फिर भी प्रयास है कि समय से काम पूरा कर लिया जाए। लगातार समीक्षा और मौका मुआयना किया जा रहा है। वीसी ने बताया कि दूसरे चरण का काम पूरा होने के बाद यू-टर्न में वरुणा सर्किट दिखने लगेगा। नए वैकल्पिक मार्ग के बनने से चौराहों और मुख्य मार्गों पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा।
पहले से जमा कूड़ा बन रहा बाधक
नक्खीघाट पर नगर निगम की ओर से जमा किया गया कूड़ा इस परियोजना में बाधक बन रहा है। कूड़े पर एनजीटी की टीम ने भी कुछ महीने पूर्व आपत्ति जताई थी। अब वहां कूड़ा तो नहीं गिराया जाता है, लेकिन वर्षों से जमा कूड़ा बाधक बन रहा है। हालांकि ठेकेदार ने जेसीबी से कूड़े को हटवाकर पक्की मिट्टी को खोदने का काम शुरू कर दिया है।
ई रिक्शा कॉरिडोर एक नजर में
शास्त्री घाट से राजघाट के बीच 10 किलोमीटर का वैकल्पिक मार्ग
कॉरिडोर के दोनों तरफ हरियाली के साथ ई-रिक्शा स्टैंड, फूड कोर्ट और प्रसाधन की सुविधा
अगस्त तक पूरा किया जाना है दूसरे चरण का काम, 1.5 करोड़ रुपये है परियोजना की लागत
नक्खी घाट, शास्त्री घाट और पुराना पुल पर कनेक्टिविटी के लिए बन रहा है रैंप
कुरुहुआ में अवैध प्लाटिंग तोड़ी