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सीजफायर से बेखबर थे सुरंग में 9 महीने से फंसे हमास लड़ाके, इजराइल ने 40 को खत्म किया

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Posted On:Tuesday, December 2, 2025

गाजा पट्टी के दक्षिणी शहर राफा में चल रहे इज़राइली सैन्य अभियानों के बीच एक बड़ा दावा सामने आया है। इज़राइली सेना (IDF) ने बयान जारी कर कहा है कि उन्होंने पिछले हफ्ते राफा की भूमिगत सुरंगों में फंसे हुए करीब 40 हमास लड़ाकों को मार गिराया है। यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब इज़राइल और हमास के बीच 10 अक्टूबर से लागू सीजफायर समझौता जारी है, जिसने इस संघर्ष विराम की विश्वसनीयता और भविष्य पर नए सवाल खड़े कर दिए हैं।

इज़राइल का दावा: सुरंगों में 40 लड़ाके ढेर

इज़राइली सेना ने बताया कि उन्होंने पूर्वी राफा में बची हुई सुरंगों को नष्ट करने का अभियान तेज कर दिया है, ताकि वहां छिपे हथियारबंद लड़ाकों को खत्म किया जा सके। सेना के बयान के अनुसार, पिछले हफ्ते इस अभियान के दौरान सुरंगों के अंदर 40 से अधिक उग्रवादियों को मार गिराया गया। इज़राइली सेना पहले भी राफा में कई हमास लड़ाकों को मारने और पकड़ने का दावा कर चुकी है। हालांकि, इस घटना पर हमास की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।

9 महीनों से सुरंगों में फंसे लड़ाके

इज़राइली मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राफा की जमीन के नीचे मार्च 2024 से लगभग 200 हमास लड़ाके फंसे हुए हैं। कहा जा रहा है कि ये लड़ाके कई महीनों से बाहरी दुनिया से संपर्क से बाहर हैं और बाहर निकलने के लिए किसी सुरक्षित रास्ते (सेफ पैसेज) की मांग कर रहे थे।

राफा वर्तमान में येलो जोन यानी इज़राइली सेना के नियंत्रण वाले क्षेत्रों में शामिल है, जहां आम नागरिकों और अन्य समूहों की आवाजाही पर अत्यधिक प्रतिबंध है। इज़राइल ने अब तक सुरंगों में फंसे इन लड़ाकों को किसी भी तरह का सुरक्षित रास्ता देने से इनकार किया है।

सीजफायर से अनजान थे फंसे हुए लड़ाके

रॉयटर्स की एक हालिया रिपोर्ट ने इस घटनाक्रम को एक नया मोड़ दे दिया। रिपोर्ट में दावा किया गया था कि राफा की गहरी सुरंगों में फंसे हमास लड़ाके ज़मीन पर सीजफायर लागू होने की जानकारी से भी अनजान थे।

सूत्रों के अनुसार, इन लड़ाकों से पिछले 7-8 महीनों से कोई संपर्क नहीं हो पाया था। हमास से जुड़े एक सूत्र ने पहले कहा था कि इन लड़ाकों को सुरक्षित बाहर निकालना सीजफायर बनाए रखने के लिए ज़रूरी है, लेकिन इज़राइल ने इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया, जिससे अंततः यह टकराव हुआ।

सेफ पैसेज का प्रस्ताव ठुकराया गया

पिछले महीने 6 नवंबर को काहिरा, दोहा और अंकारा की मध्यस्थता में एक प्रस्ताव लाया गया था। इस प्रस्ताव में कहा गया था कि हमास लड़ाकों को जान से मारने के बजाय, इज़राइल उन्हें किसी तीसरे देश या गाजा के अन्य इलाकों में जाने का मौका दे। लेकिन इज़राइल ने इस प्रस्ताव पर सहमति नहीं जताई, जिसके परिणामस्वरूप तनाव और संघर्ष बढ़ गया।

गाजा में अक्टूबर 2023 से जारी हमलों में अब तक 70,000 से अधिक लोगों की मौत और 1.7 लाख से अधिक लोगों के घायल होने की रिपोर्ट है, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। राफा की सुरंगों में हुए इस नए टकराव ने न केवल मानवीय संकट को गहरा किया है, बल्कि वर्तमान सीजफायर समझौते की अस्थिरता को भी उजागर कर दिया है


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