कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का नाम एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में है। कनाडा के एबॉट्सफोर्ड शहर में हुए दो बड़े अपराधों — एक भारतीय मूल के उद्योगपति की हत्या और एक पंजाबी गायक के घर पर हुई फायरिंग की जिम्मेदारी बिश्नोई गिरोह ने ली है। यह घटनाएं उस समय हुईं जब राजस्थान पुलिस ने गैंग के सक्रिय सदस्य जगदीप सिंह उर्फ जग्गा को अमेरिका में गिरफ्तार किया था। इस गिरफ्तारी के एक दिन बाद ही कनाडा में दो हिंसक घटनाओं ने पूरे पंजाबी समुदाय में सनसनी फैला दी।
गोल्डी ढिल्लों का सोशल मीडिया पर कबूलनामा
गिरोह से जुड़े गोल्डी ढिल्लों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालते हुए दावा किया कि भारतीय मूल के उद्योगपति दर्शन सिंह साहसी की हत्या उसके गैंग ने की है। पोस्ट में उसने कहा कि दर्शन सिंह एक बड़े ड्रग नेटवर्क से जुड़े थे और गिरोह ने उनसे पैसों की मांग की थी। लेकिन, पैसे न मिलने पर उन्हें सज़ा देने के लिए गैंग ने उनकी हत्या कर दी। ढिल्लों ने लिखा — "यह काम हमारे लोगों ने किया है। जो भी हमारे रास्ते में आएगा, उसे हम सजा देंगे।" इस पोस्ट के बाद से कनाडा की पुलिस और भारतीय खुफिया एजेंसियां दोनों ही सतर्क हो गई हैं।
पंजाबी सिंगर के घर पर फायरिंग की भी जिम्मेदारी ली
गोल्डी ढिल्लों ने न केवल उद्योगपति की हत्या की जिम्मेदारी ली, बल्कि पंजाबी गायक चन्नी नट्टन के घर पर हुई गोलीबारी का भी दावा किया। उसने एक और पोस्ट में लिखा — "सत श्री अकाल! मैं गोल्डी ढिल्लों (लॉरेंस बिश्नोई गैंग) हूं। गायक चन्नी नट्टन के घर पर कल जो हुआ, वह सरदार खेड़ा की वजह से हुआ।" गिरोह ने आगे लिखा कि सरदार खेड़ा नाम के व्यक्ति से जुड़े किसी भी कलाकार या निर्माता को भविष्य में गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। इस चेतावनी ने पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री में डर का माहौल पैदा कर दिया है।
बिश्नोई गैंग का बढ़ता अंतरराष्ट्रीय प्रभाव
लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नेटवर्क अब भारत की सीमाओं से बहुत आगे तक फैल चुका है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि गिरोह के कई सदस्य कनाडा, अमेरिका, यूके और ऑस्ट्रेलिया में सक्रिय हैं और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए अपने संचालन को दिशा दे रहे हैं। हाल में राजस्थान पुलिस की टीम ने गैंग के शूटर जगदीप सिंह उर्फ जग्गा को अमेरिका में स्थानीय एजेंसियों की मदद से गिरफ्तार किया था। यह गिरफ्तारी बिश्नोई नेटवर्क के लिए एक बड़ा झटका मानी जा रही थी, लेकिन कनाडा की घटनाओं ने दिखाया कि गिरोह अब भी सक्रिय है।
कनाडा में भारतीय समुदाय में दहशत
कनाडा में बसे भारतीय मूल के लोगों में इस घटना के बाद से भय और चिंता का माहौल है। एबॉट्सफोर्ड पुलिस ने भारतीय दूतावास से संपर्क कर जांच में सहयोग मांगा है। वहीं, स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस ने गोल्डी ढिल्लों और उसके साथियों के खिलाफ आतंकवाद और संगठित अपराध के आरोपों के तहत जांच शुरू कर दी है।
भारत में भी बढ़ाई गई सतर्कता
भारत में सुरक्षा एजेंसियों ने इस घटना के बाद लॉरेंस बिश्नोई नेटवर्क से जुड़े अन्य सदस्यों की निगरानी बढ़ा दी है। दिल्ली, पंजाब और राजस्थान पुलिस को गिरोह की डिजिटल गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। सूत्रों का कहना है कि भारत की खुफिया एजेंसियां अब इस नेटवर्क के विदेशी कनेक्शन और पैसों के प्रवाह को ट्रैक कर रही हैं। माना जा रहा है कि यह गिरोह न सिर्फ डर और वसूली के लिए, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अवैध कारोबार से जुड़ा हुआ है।