मध्य पूर्व में एक बार फिर तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है। इजरायल ने गाजा पट्टी में एक बड़ा हवाई हमला (Air Strike) किया है, जिसमें कम से कम 9 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। मृतकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। यह हमला तब हुआ जब इजरायली सेना पर हमास के उग्रवादियों ने राफा क्षेत्र में रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड (RPG) और स्नाइपर फायर से हमला किया। इस हमले के जवाब में इजरायल ने गाजा के कई हिस्सों को निशाना बनाते हुए ताबड़तोड़ बमबारी की।
अमेरिका को पहले ही बताया गया था हमला
अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजरायल ने इस हमले की जानकारी पहले ही अमेरिका को दे दी थी। अमेरिकी समाचार चैनल CNN ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि इजरायल ने गाजा में हवाई कार्रवाई का निर्णय लेने से पहले वॉशिंगटन को इस बात से अवगत कराया था। माना जा रहा है कि यह कदम क्षेत्र में बढ़ते अंतरराष्ट्रीय दबाव को देखते हुए उठाया गया ताकि अमेरिका को इस कार्रवाई की पृष्ठभूमि स्पष्ट की जा सके। PM बेंजामिन नेतन्याहू ने इजरायली सेना पर हमले की जानकारी मिलते ही तुरंत जवाबी कार्रवाई का आदेश दिया। उनका कहना है कि गाजा में मौजूद आतंकवादी ठिकानों को जड़ से समाप्त किया जाएगा।
हमले का कारण: इजरायली सैनिकों पर हमला
इजरायली रक्षा बल (IDF) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हमास से जुड़े उग्रवादियों ने पीली रेखा (Yellow Line) के पूर्व में तैनात सैनिकों पर गोलाबारी की थी। यह रेखा गाजा पट्टी को इजरायल के कब्जे वाले हिस्से से अलग करती है। अधिकारी ने कहा, “हमारे सैनिकों पर हुए हमले के बाद यह कार्रवाई जरूरी थी। हम अपने जवानों की सुरक्षा से किसी भी तरह का समझौता नहीं करेंगे।” रिपोर्ट्स के अनुसार, राफा क्षेत्र में स्थित कई ठिकानों पर ड्रोन और फाइटर जेट्स से बमबारी की गई, जिससे भारी नुकसान हुआ। गाजा सिविल डिफेंस के मुताबिक, अल-सबरा इलाके में हुए एक हमले में तीन महिलाओं और एक पुरुष की मौत हुई, जबकि खान यूनिस में एक अन्य हवाई हमले में दो बच्चों और एक महिला की जान गई।
अस्पतालों के पास गूंजे धमाके
गाजा के अल शिफा अस्पताल के निदेशक डॉ. मोहम्मद अबू सलमिया ने बताया कि अस्पताल के पास लगातार तीन बड़े धमाके सुने गए, जिससे मरीजों और स्टाफ में अफरातफरी मच गई। उन्होंने कहा कि "गाजा में स्वास्थ्य सुविधाएं पहले से ही बुरी तरह प्रभावित हैं, और अब नए हमलों ने हालात को और भी गंभीर बना दिया है।" स्थानीय मीडिया के अनुसार, गाजा के उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों में कई इलाकों में बिजली गुल हो गई है और बचाव कार्य में भारी दिक्कतें आ रही हैं। कई इमारतें मलबे में तब्दील हो चुकी हैं और लोग अपने परिवारजनों की तलाश में सड़कों पर हैं।
इजरायली रक्षा मंत्री की कड़ी चेतावनी
इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट और आंतरिक सुरक्षा मंत्री इज़राइल काट्ज़ ने कहा है कि हमास को इस हमले की “भारी कीमत” चुकानी पड़ेगी। काट्ज़ ने बयान जारी करते हुए कहा, “इजरायल अब और संयम नहीं दिखाएगा। हमारी सेना पूरी ताकत से जवाब दे रही है और देगी।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि इजरायली नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि है, और जो भी संगठन या समूह उसे चुनौती देगा, उसे नष्ट कर दिया जाएगा।
लंबे समय से जारी है संघर्ष
गाजा में यह संघर्ष नया नहीं है। अक्टूबर 2023 से शुरू हुआ इजरायल-हमास युद्ध अभी तक खत्म नहीं हुआ है। अल जज़ीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक 68,500 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और 1.7 लाख से अधिक घायल हुए हैं। इस संघर्ष की शुरुआत 7 अक्टूबर 2023 को हुई थी, जब हमास ने इजरायल पर अभूतपूर्व हमला किया था, जिसमें 1,100 से अधिक लोग मारे गए और 250 से ज्यादा लोगों को बंधक बना लिया गया।तब से लेकर अब तक इजरायल ने गाजा पर कई हवाई और जमीनी हमले किए हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय बार-बार दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील कर चुका है, लेकिन हिंसा का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा।