Afghanistan, 4 Feb (News Helpline) तालिबान के कब्जे के करीब छह महीने बाद भी अफगानिस्तान में स्थिति बेहद खराब बनी हुई है। युद्ध से तबाह देश राजनीतिक, सामाजिक-आर्थिक और मानवीय झटके से उबरा नहीं है। इस बीच अब खबरें हैं कि कई कारोबारी दिवालिया हो चुके हैं और मदद की गुहार लगा रहे हैं। स्थानीय मीडिया ने बताया कि अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद दिवालिया हो चुकीं और अपनी नौकरी गंवाने वाली अफगान व्यवसायी महिलाओं ने इस्लामिक अमीरात से उनकी चुनौतियों का समाधान करने के लिए ध्यान देने का आग्रह किया है।
'महिलाओं को दिया जाए काम, अपने भाइयों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने को तैयार' काबुल की एक व्यवसायी फरेशता हाशमी ने कहा कि वह लगभग छह वर्षों से कपड़ों की कढ़ाई कर रही हैं। उनका दावा है कि देश में राजनीतिक बदलाव के बाद से कई महिलाओं के कारोबार बंद हो गए हैं।
फेरेश्ता हाशमी ने टोलो न्यूज को बताया, "हमारी दुकानें और कारखाने ढह गए हैं, महिलाएं घर पर कैद हो गई हैं और वे कुछ कर नहीं सकती हैं।" हाशमी ने इस्लामिक अमीरात से छोटे और बड़े व्यवसायों में महिलाओं का समर्थन करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, "कारखाने खोले जाएं, महिलाओं को प्रोजेक्ट दिए जाएं ताकि वे अपने भाइयों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर सकें।"