California, 11 Feb (News Helpline) कैलिफोर्निया की एक एजेंसी ने टेस्ला कंपनी के खिलाफ नस्ली भेदभाव के आरोप में शिकायत दर्ज कराई है. एजेंसी का कहना है कि सैकड़ों कर्मचारियों ने कंपनी में काले लोगों के साथ किए जा रहे भेदभाव को लेकर उनसे शिकायत की है.इलॉन मस्क की कंपनी टेस्ला की फ्रेमोंट फैक्टरी में नस्ली भेदभाव की शिकायतें आई हैं. कैलिफोर्निया डिपार्टमेंट ऑफ फेयर इम्प्लॉयमेंट एंड हाउसिंग यानी डीएफईएच के निदेशक केविन किश ने बयान जारी कर कहा है कि एजेंसी को, "इस बात के सबूत मिले हैं कि टेस्ला की फ्रेमोंट फैक्टरी नस्ली रूप से एक अलग थलग की गई काम की जगह है जहां काले कर्मचारियों को अपमानजनक बातें कही जाती हैं. उन्हें दिए जाने वाले काम, पद, वेतन और तरक्की में भेदभाव किया जाता है" शिकायत में कहा गया है कि फैक्टरी में काम करने वाले काले कर्मचारियों के साथ उनके मैनेजर और साथी कर्मचारी नस्लभेदी मजाक और अपमानजनक बातें कहते हैं. किश का कहना है कि उनकी एजेंसी को फैक्टरी में काम करने वाले सैकड़ों कर्मचारियों ने शिकायत भेजी है. एजेंसी की तरफ से शिकायत दर्ज होने से ठीक पहले बुधवार को टेस्ला ने एक बयान जारी किया है. इस में कहा गया है कि कंपनी, "हर तरह के दुर्व्यवहार और भेदभाव का विरोध करती है" और यह "एक सुरक्षित, सम्मानजनक, उचित और समेकित काम की जगह" मुहैया करने के लिए प्रतिबद्ध है.
हालांकि कैलिफोर्निया की अदालत में एजेंसी की तरफ से दर्ज कराई गई शिकायत से जो बातें सामने आई हैं उनसे एक बिल्कुल अलग तस्वीर नजर आ रही है. एजेंसी का कहना है कि जिन जगहों पर काले कर्मचारियों की नियुक्ति है उन्हें गोरे कर्मचारी नस्लभेदी ऐतिहासिक नामों से बुलाते हैं इनमें एक नाम है "प्लांटेशन" काले गुलामों को 19वीं सदी के मध्य से पहले खेतों में काम करने के लिए भेजा जाता था जहां चीनी और कपास जैसी फसलें उगाई जाती हैं. दुर्व्यवहार से तंग आकर इस्तीफा शिकायत में कहा गया है कि टेस्ला की फैक्टरी में गोरे कर्मचारी, "फब्तियां कसते हैं और फिर उनसे तूतू मैंमैं और हाथापाई की जाती है," जिसके बाद काले कर्मचारियों के खिलाफ ही अनुशासनात्मक कार्रवाई भी होती है. गोरे कर्मचारियों को अकसर प्लांट में सुविधाजनक व्यवहार मिलता है.