China, 10 Aug, 2021 चीन लगातार किसी न किसी कारणों से विवादों में रहता है और अब ताइवान को लेकर चीन लिथुआनिया सरकार से भीड़ गया है और इसी के कारण लिथुआनिया से अपने राजदूत को वापस बुला लिया है।यह सब इसलिए हुआ क्योंकि लिथुआनिया सरकार ने ताइवान को अपने देश में एक प्रतिनिधि कार्यालय खोलने की अनुमति दे दी है, जिससे चीन नाराज हो गया है। जिसके बाद लिथुआनिया की राजधानी विनियस से अपने राजदूत को फौरन वापस बुलाने का निर्णय लिया है।
चीनी विदेश मंत्रालय ने लिथुआनिया के फैसले का विरोध करते हुए कहा, 'सरकार ने लिथुआनिया से चीनी राजदूत को वापस बुलाने का फैसला किया है और लिथुआनियाई सरकार से चीन से अपने राजदूत को वापस बुलाने को कहा है।' चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि चीन की ओर से कई बार कहने और चेतावनियों के बावजूद लिथुआनियाई सरकार ताइवान प्रशासन को प्रतिनिधि कार्यालय खोलने की इजाजत देगी।
इवान के विदेश मंत्री जोसेफ वू ने जुलाई में घोषणा की थी कि ताइवान अक्टूबर या नवंबर में विनियस में एक प्रतिनिधि कार्यालय खोलेगा। वू ने कहा था कि ताइवान और लिथुआनिया की सरकारें अपनी-अपनी राजधानियों में एक प्रतिनिधि कार्यालय खोलने के लिए सहमत हैं। इसे यूरोप में ताइवान का दूसरा प्रतिनिधि कार्यालय कहा जाता है। ताइवान ने 2003 में यूरोप के स्लोवाकिया में पहला ऑफिस खोला था।