मुंबई, 21 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार को सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम में एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि पूरा यूक्रेन रूस का है। उन्होंने कहा कि रूस और यूक्रेन के लोग एक जैसे हैं और ऐतिहासिक रूप से यूक्रेन रूस का ही हिस्सा है। हालांकि, पुतिन ने यह भी जोड़ा कि वह यूक्रेन की संप्रभुता पर सवाल नहीं उठा रहे, लेकिन यूक्रेन को रूस के कब्जे वाले क्षेत्रों को छोड़ देना चाहिए। पुतिन ने सूमी शहर को लेकर चेतावनी दी कि अगर जरूरत पड़ी तो रूस इस पर भी नियंत्रण स्थापित कर सकता है ताकि सीमा से लगते अपने इलाकों को यूक्रेनी हमलों से बचाया जा सके। रूस का कहना है कि वह सूमी क्षेत्र में बफर जोन बनाना चाहता है ताकि ब्रायंस्क, कुर्स्क और बेलगोरोद जैसे क्षेत्रों को यूक्रेनी ड्रोन और तोपखाने के हमलों से सुरक्षित रखा जा सके। वर्तमान में रूसी सेना सूमी के चार गांवों पर कब्जा कर चुकी है और ये क्षेत्र अब ग्रे जोन माने जा रहे हैं।
फिलहाल रूस यूक्रेन के करीब 20 प्रतिशत हिस्से पर नियंत्रण बनाए हुए है, जिसमें क्रीमिया, लुहांस्क क्षेत्र का लगभग पूरा हिस्सा, डोनेट्स्क, जापोरीज्जिया, खेरसॉन का बड़ा भाग और खार्किव, सूमी व द्निप्रोपेट्रोव्स्क के कुछ इलाके शामिल हैं। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने पुतिन की इस टिप्पणी को पूरी तरह खारिज करते हुए कहा कि रूसी और यूक्रेनी अलग पहचान वाले लोग हैं और यूक्रेन की आजादी से कोई समझौता नहीं होगा। इसी बीच रूस और यूक्रेन ने युद्ध के बीच कैदियों और सैनिकों के शवों की अदला-बदली का एक और चरण पूरा किया है। यह अदला-बदली 14 मई को इस्तांबुल में हुई शांति वार्ता के दौरान हुए समझौते का हिस्सा है। इससे पहले 23 से 25 मई के बीच दोनों देशों ने 1-1 हजार कैदियों को एक-दूसरे को सौंपा था।