मुंबई, 12 दिसंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच फायरिंग में 7 पाकिस्तानियों के मारे जाने के बाद तनाव बढ़ गया है। पाकिस्तान की फौज और सरकार आरोप लगा रही है कि अफगान तालिबान की तरफ से जानबूझकर और बिना किसी उकसावे के फायरिंग की गई। इसमें 5 नागरिकों और एक सैनिक की मौत हुई। अफगानिस्तान में भी एक व्यक्ति मारा गया है।
इस बीच, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने सिक्योरिटी कमेटी की मीटिंग बुलाई। इसके बाद कहा, चमन बॉर्डर पर जो कुछ हुआ वो गलत है। हमारी फौज और नागरिकों पर बेवजह फायरिंग की गई। काबुल में मौजूद तालिबान हुकूमत को यह तय करना होगा कि अब इस तरह की घटना न हो। खास बात यह है कि इतने भारी तनाव और 7 लोगों की मौत के बाद भी अफगानिस्तान की तालिबान हुकूमत की तरफ से कोई बयान जारी नहीं किया गया है। दूसरी तरफ, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और फौज ने फायरिंग पर चिंता जताते हुए अफगानिस्तान पर आरोप लगाए हैं। शाहबाज शरीफ ने तो साफ कहा कि अब इस तरह की घटना बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके सीधे मायने ये हैं कि वो अफगानिस्तान की हुकूमत को धमकी दे रहे हैं।
तो वहीं, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारी फायरिंग के बाद चमन बॉर्डर पर भारी तनाव है। यह स्पिन बोल्दाक का इलाका है। काफी वक्त यह बॉर्डर एरिया बंद भी रहा था। अब अफगान तालिबान ने इस इलाके में जवाबी हमले की तैयारी शुरू कर दी है। उसने बख्तरबंद गाड़ियां, तोपें और दूसरे भारी हथियारों से लैस तालिबान को यहां तैनाती के लिए भेजा है। साथ ही, न्यूज एजेंसी के मुताबिक, नवंबर में इसी बॉर्डर एरिया में 8 दिन तक लगातार फायरिंग हुई थी। इसकी वजह से दोनों तरफ काफी नुकसान हुआ था। तब पाकिस्तान ने डिप्लोमैटिक तरीके से मामला सुलझाने की कोशिश की थी। पाकिस्तान का आरोप है कि अफगान तालिबान पाकिस्तान की सीमा में आतंकी भेज रहे हैं और ये टेरेरिस्ट पाकिस्तान में हमले करते हैं।